विजय कुमार साव/गोमियां(बोकारो)। गोमियां प्रखंड (Gomian block) के हद में साड़म केवट टोला रहिवासी दंपति ने गरीबी के कारण अपने कलेजे का टुकड़ा नवजात जुड़वा बेटियों को खुद से दूर कर दिया।
इस संबंध में मयंन केवट ने 3 अप्रैल को एक भेंट में कहा कि किसी तरह दिहाड़ी मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। पहले से ही तीन बेटियां और एक बेटा है। जुड़वा बच्चियों का जन्म लेना उनके जीवन में एक बोझ के समान है। दयनीय स्थिति और तंगहाली में अपने बच्चों की परवरिश अच्छे ढंग से ना कर पाने के कारण मजबूरी बस अपने कलेजे के टुकड़े को दूसरे के हाथों में सौंपना पड़ा, ताकि उन बच्चों का भविष्य उज्जवल हो सके।
रहिवासी केवट ने बताया कि एक बच्ची को चंडीपुर रहिवासी अपने रिश्तेदार को दिया और दूसरी बच्ची को होसिर निवासी सुजीत प्रसाद (Sujeet Prasad) के हाथों सौंप दिया। सुजीत प्रसाद की पत्नी मीरा देवी ने बताया कि बिहार के पटना में रहनेवाले उनके रिश्तेदार नि:संतान हैं। इसलिए उन्होंने इस बच्ची को गोद लिया।
इस संबंध में मयंन केवट के बड़े भाई नरसिंह केवट ने बताया कि उनके भाई की माली हालत बहुत ही खराब है। किसी तरह अपने परिवार का भरण पोषण करता है। बच्चों की अच्छी परवरिश हो सके इसलिए स्वेच्छा से दूसरे को सौंप दिया। बेरमो अनुमंडल पदाधिकारी अनंत कुमार, गोमियां के प्रखंड विकास पदाधिकारी कपिल कुमार ने कहा कि मामला संज्ञान में आया है। सेविका को भेजकर मामले की जानकारी के बाद उचित कदम उठाया जाएगा। पीड़ित परिवार को किसी भी तरह की सहायता की जरूरत होगी तो निश्चित रूप से उन्हें सहायता प्रदान किया जाएगा।
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