एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर (Samastipur) सहित पुरे बिहार में बढ़ते अपराध, जहरीली शराब बिक्री, पुलिसिया जुल्म के खिलाफ 13 नवंबर को भाकपा माले (Bhakpa Male) ने जन प्रतिवाद सम्मेलन कर आंदोलन तेज करने का शंखनाद किया।
वहीं रोसड़ा सफाईकर्मी हत्याकांड, गुनाईबसही बच्ची हत्याकांड, पटोरी जहरीली शराब कांड पर जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक किया गया।
बढ़ते अपराध, जहरीली शराब बिक्री एवं पुलिसिया जुल्म के खिलाफ भाकपा माले द्वारा आयोजित जन प्रतिवाद सम्मेलन समस्तीपुर जिला के हद में बाजोपुर जेल चौक स्थित आदित्य कंप्लेक्स में 13 नवंबर को आयोजित किया गया। सम्मेलन की अध्यक्षता भाकपा माले जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार ने किया।
यहां जिला कमिटी सदस्य बंदना सिंह, राम कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, सुखलाल यादव, फूल बाबू सिंह, राज कुमार चौधरी, फिरोजा बेगम, रामचंद्र पासवान, प्रेमानंद सिंह, मनीषा कुमारी, प्रमिला राय, उपेंद्र राय, दिनेश कुमार, अजय कुमार समेत दरभंगा जिला सचिव बैधनाथ यादव, माले नेता मो. जमाल, मो. अलाउद्दीन, विजय कुमार आजाद,आदि।
संतोष कुमार, महेश कुमार, आफताब अहमद, ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, सुनील कुमार, गंगा प्रसाद पासवान, कर्मचारी नेता अजय कुमार, प्रो. स्नेहलता, पंसस मो. ऐनुल हक, शोभा देवी, माले जिला कमिटी सदस्य अमित कुमार, मिथिलेश कुमार, आदि।
सुशील कुमार समेत जिले के विभिन्न प्रखंड से आये दर्जनों छात्र, नौजवान, किसान, मजदूर, महिला, कर्मचारी नेता, बुद्धिजीवियों ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए बढ़ते अपराध, जहरीली शराब से मौत एवं पुलिसिया जुल्म के जिम्मेवार नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला।
प्रतिवाद सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मुख्य वक्ता भाकपा माले के मिथिलांचल प्रभारी धीरेंद्र झा ने कहा कि समस्तीपुर में पुलिस बर्बरता चरम पर है। अवैध शराब कारोबारी माफियाओं का साम्राज्य और महिला विरोधी अपराध का बोलबाला है।
रोसड़ा में दलित सफाईकर्मी द्वारा 6 महीने की बकाया मज़दूरी मांगने पर उनकी थाने में पीट-पीटकर हत्या कर दी जाती है, लेकिन न्याय मिलने की जगह उनके परिजनों को मुकदमा का भय दिखाकर आतंकित किया जा रहा है। इसे लेकर संबंधित थाना प्रभारी और डीएसपी के निलबंन के साथ-साथ 302 धारा के तहत मुकदमा दर्ज करने को लेकर आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने पीड़ित परिवार को 20 लाख रूपये मुआवजा और एक लड़का को नौकरी देने की मांग मुख्यमंत्री से की। उन्होंने घोषणा किया कि भाकपा माले, खेमस और एक्टू गरीबों-आम नागरिकों से सहयोग लेकर 50 हज़ार की राशि पीड़ित परिजन को देगा।
उन्होंने कहा कि बढ़ते पुलिस जुल्म, जानलेवा शराब माफिया तन्त्र के खिलाफ किसानों-बटाईदारों के डीएपी-यूरिया उपलब्धता को लेकर ज़िलाव्यापी आंदोलन तेज किया जाएगा।
रोसड़ा पीड़ित परिवार से मिलकर आये विधायक सह आइसा के राष्ट्रीय महासचिव संदीप सौरभ ने कहा कि बढ़ती पुलिस बर्बरता, नया पुलिस कानून सत्ता संरक्षण की देन है। जिसका विपक्षी विधायकों ने पुलिस दमन झेलकर विरोध किया था।
उन्होंने कहा कि रोसड़ा सफाईकर्मी हत्याकांड, पटोरी जहरीली शराब कांड, गुनाईबसही बच्ची हत्याकांड का सवाल विधानसभा में भी मज़बूती से उठेगा। माले जिला सचिव प्रो. उमेश कुमार ने वैनी ओपी झूठा कांड क्रमांक-431/21 वापस लेने अन्यथा आंदोलन चलाने की चेतावनी दी।
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