एस.पी.सक्सेना/रांची(झारखंड)। सीसीएल ( मुLख्यालय रांची (Ranchi) के ‘कन्वेंशन सेंटर’ में 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पूरे हर्षोंल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसका थीम ‘महिला नेतृत्व : कोरोना काल में समान भविष्य की खोज’ था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अर्पिता महिला क्लब की अध्यक्षा विमला प्रसाद (Vimla Prasad) एवं विशिष्ट अतिथि सीसीएल के सीएमडी पी.एम. प्रसाद, कर्नल (डॉ.) अर्चना भाटी, कुलपति रांची विश्वविद्यालय डॉ कामिनी कुमार, निदेशक (वित्त) एचईसी अरुंधती पंडा, निदेशक तकनीकी (संचालन) वी.के. श्रीवास्तव एवं उनकी धर्मपत्नी अर्चना श्रीवास्तव, निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन, निदेशक तकनीकी (योजना/परियोजना) की धर्मपत्नी बिन्दु सिंह, निदेशक (वित्त) एन.के. अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में सीसीएल मुख्यालय, विभिन्न क्षेत्रों एवं केंद्रीय अस्पतालों के महिला कर्मी सोशल डिस्टेंशिंग पालन करते हुये उपस्थित थी। यहां मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों ने कार्यक्रम की शुरूआत दीप प्रज्वलित कर किया।
समारोह की मुख्य अतिथि विमला प्रसाद ने उपस्थित तमाम गणमान्य जनो को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि कोविड-19 के विरूद्ध लड़ाई में महिलाओं ने चाहे वह चिकित्सक हों, या वैज्ञानिक, या नर्स, या पुलिस कर्मी, या सफाई कर्मी या हमारी कोयला योद्धा सभी क्षेत्रों में अपने उत्कृष्ट योगदान से नेतृत्व क्षमता का उदाहरण पूरे विश्व के समक्ष प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए महिलाओं क्ज सहभागिता सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
सीएमडी पी.एम. प्रसाद ने कहा कि सीसीएल को सभी सार्वजनिक उपक्रमों के समक्ष महिला सशक्तिकरण, सुरक्षित वातावरण एवं लैंगिंक समानता जैसे मापदंडों पर एक मॉडल संस्थान के रूप में स्थापित करना हमारी प्राथमिकता है। सीसीएल प्रबंधन इस दिशा में सतत प्रयासरत है। उन्होंने विप्स टीम द्वारा किये जा रहे विभिन्न कार्यों की सराहना की। कार्यक्रम की मुख्य वक्ता कर्नल (डॉ) अर्चना भाटी ने अपने अनुभवों को सभी से साझा करते हुये कहा कि कोई भी महिला सामान्य नहीं है। प्रत्येक महिला विशेष है और यह दिन इस विशेषता का अभिनन्दंन करने का है। उन्होंने कहा कि अगर हम सभी को अवसर मिलता है तो एक-दूसरे को साथ देना है। अन्य महिलाओं को उपर उठाना हम सभी का दायित्व है। समाज में ऐसी महिलाओं का भी उदाहरण है जो काफी मुश्किलों का सामना करते हुये अपने आप को साबित किया है।
कुलपति रांची यूनिवर्सिटी डॉ कामिनी कुमार ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर मातृत्व शक्ति को नमन करते हुये कहा कि महिलाओं ने सामाजिक बाधाओं एवं अन्य कठिनाईयों के विरूद्ध संघर्ष करते हुये सभी क्षेत्रों में अपने प्रदर्शन से स्वयं को स्थापित किया है। निदेशक (वित्त) एचईसी अरुंधती पंडा ने कहा कि आज सार्वजनिक उपक्रम महिला सशक्तिकरण एवं उनको समानता प्रदान करने में एक मॉडल के रूप में कार्य कर रही है। इस अवसर पर निदेशक तकनीकी (संचालन) वी.के. श्रीवास्तव, निदेशक (वित्त) एन.के. अग्रवाल, निदेशक (कार्मिक) विनय रंजन ने भी संबोधित किया। वक्ताओं ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामना देते हुये कहा कि सीसीएल परिवार की अहम हिस्सा महिला सदस्य हैं। हमे हर दिन महिला दिवस के रूप में मनाना चाहिए।
इससे पूर्व विमला प्रसाद ने दरभंगा हाउस परिसर में विभिन्न बिल्डींग में चार सैनिटरी नैपकिन वेंडिंग मशिन का उदघाटन किया। सीएमडी सीसीएल द्वारा कार्यक्रम के दौरान कंपनी की महिलाओं हेतु यौन उत्पीड़न संबंधित शिकायत एवं परामर्श दर्ज करने हेतु आंतरिक कमिटि का सीसीएल की वेबसाईट पर वेब लिंक कर विधिवत उदघाटन किया गया। समारोह में महिला सशक्तिकरण पर आधारित विडीयो क्लीप दिखाया गया। साथ ही सीसीएल की महिला कर्मियों ने पूरे जोश और उमंग के साथ भाग लिया और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस अवसर पर 10 महिला कर्मियों को उनके उत्कृष्ट कार्य हेतु अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
मंच संचालन योगिता सकलानी एवं अनामिका सिंह द्वारा किया गया, जबकि स्वागत भाषण विप्स संयोजिका/आंतरिक समिति की अध्यक्षा/महाप्रबंधक (समाधान/भर्ती) रश्मी दयाल ने की। वरीय प्रबंधक (कार्मिक) रेखा पांडेय ने यौन उत्पीड़न एवं महिलाओं के सुरिक्षत वातावरण में कार्य करने के लिए बनाये गये विभिन्न कानून एवं धाराओं के बारे में विस्तार से बताया। साथ ही सीसीएल में महिलाओं के लिए गठित आंतरिक कमिटि के बारे में भी सभी को जानकारी दी। डॉ मिता पॉल द्वारा महिला दिवस के थीम पर विस्तृत जानकारी दी गयी। कार्यक्रम को सफल बनाने में अर्चना सिन्हा, रूबी रंजन आदि का अहम योगदान रहा।
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