एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। बिहार की राजधानी पटना के गाँधी मैदान के समीप स्थित कालिदास रंगालय में 5 मार्च की संध्या सात बजे राग पटना द्वारा प्रस्तुत आधी रोटी पूरा चाँद नाटक का मंचन किया गया।
उक्त जानकारी देते हुए चर्चित कलाकार एवं लोक पंच के सचिव मनीष महीवाल ने बताया कि कालिदास रंगालय पूर्वी गाँधी मैदान पटना में आधी रोटी पूरा चाँद नाटक का सफल मंचन किया गया। उन्होंने बताया कि उक्त नाटक के बारे में तू मेरा समाज, मैं तेरा समाज से जुड़ी कहानी आधारित है।
जिसमें दिखाया गया कि एक सूरज आसमान पर उगता है। एक सूरज धरती पर भी उगता है। शायरा के रूप में, लेखिका के रूप में। अमृता और इमरोज़ का रिश्ता नज़्म और इमेज का रिश्ता है। नज़्म हुई तो इमेज बनी। इमेज आयी तो नज़्म बनी।
हमेशा एक दूसरे की खुश्बू से लबरेज़। एक जज़्बात को काग़ज़ पर उकेरता, तो दूसरा रंगों की छटा बिखेरती कूची से पुख्ता संदेश प्रवाहित करता। ज़िन्दगी के उतार-चढ़ाव में खुद को संभाले जग के लिए एक मिसाल के तौर पर आज भी कहीं-न-कहीं, किसी-न-किसी में जीवित है अमृता। फूल मुरझा गया पर महक नहीं मुरझाई।
मैं तुम्हें कल फिर मिलूँगी, कहाँ किस तरह नहीं जानती।
महीवाल के अनुसार प्ले बेस्ड ऑन में रसीदी टिकट, अमृता इमरोज़, दस्तावेज़, मैं तुम्हें फिर मिलूँगी, प्रतिनिधि कविताएँ एवं खतों का सफरनामा पर आधारित उक्त भावपूर्ण यह नाटक है।
नाटक में रणधीर कुमार, आदिल रशीद, अंजलि शर्मा हैं, जबकि साउंड राजीव कुमार, प्रचार-प्रसार स्वयं मनीष महिवाल, सेट प्रबोध विश्वकर्मा, लाइट रणधीर कुमार, प्रस्तुति संयोजन भूपेंद्र कुमार, प्रस्तुति प्रबंधक सुनील कुमार राम के अलावा सहयोगी के तौर पर अमर कुमार, उज्जवल कुमार, बीरबल, राजकुमार, उपेन्द्र एवं संजय हैं। नाटक के निर्देशक रणधीर कुमार हैं।
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