शिक्षाविद् ग्रोवर ने पूरा जीवन डीएवी के विकास में लगा दिया-प्राचार्या
सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में शिक्षा प्रेमी डीएवी गुवा की प्राचार्या उषा राय ने झारखंड के गाँधी नाम से विख्यात महान शिक्षाविद् नारायण दास ग्रोवर को 16 नवंबर को याद कर नमन की।
इस अवसर पर डीएवी गुवा की प्राचार्या राय ने बताया कि महान शिक्षाविद् ग्रोवर ने झारखंड के पिछड़े इलाकों के विकास में अहम योगदान दिया है। वे आर्य समाज के कार्यकर्ता थे। दयानन्द ऐंग्लो-वैदिक काॅलेज आन्दोलन (डीएवी आंदोलन) को आगे बढ़ाने में उन्होंने प्रमुख भूमिका निभाई। उन्होंने बताया कि 15 नवंबर 1923 को एनडी ग्रोवर का जन्म हुआ था। महात्मा ग्रोवर ने 6 फरवरी 2008 को चंडीगढ़ के पीजीआई अस्पताल में अंतिम सांस ली थी।
प्राचार्या राय ने गाँधी नाम से विख्यात महान शिक्षाविद् स्वर्गीय ग्रोवर के संबंध में बताया कि उनका पूरा जीवन डीएवी पब्लिक स्कूलों के विकास में लगा रहा। उन्होंने इस संस्था की आजीवन अवैतनिक सेवा प्रदान की। वे डीएवी पब्लिक स्कूल पटना प्रक्षेत्र के क्षेत्रीय निदेशक के साथ-साथ डीएवी काॅलेज मैनेजिंग कमेटी नई दिल्ली के उपाध्यक्ष थे।
महात्मा ग्रोवर के द्वारा प्रारम्भ किए गए संकल्प डीएवी, संकल्प सर्व शिक्षा, डीएवी संकल्प नेत्र ज्योति के माध्यम से हजारों उपेक्षितों जनजातियों, गरीब, बेसहारा, अनाथ बच्चों की शिक्षा और दयानंद नेत्रालय खूंटी में 40 हज़ार से ज्यादा मोतियाबिंद के ऑपरेशन वर्ष 1983 से ही चल रहा है। यहां लाखों रोगियों का सफल इलाज हो चुका है।
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