बच्चों को हमेशा पॉसिबिलिटी को आधार बनाकर आगे बढ़ता रहना चाहिए-मुख्य महाप्रबंधक
मनुष्य की सोच बड़ी हो तो उसे बड़ी सफलता मिलती है-डॉ मनोज कुमार
सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में गुवा स्थित दयानंद एंग्लो वैदिक (डीएवी) पब्लिक स्कूल (DAV Public School) में 27 अप्रैल को सीबीएसई (CBSE) संचालित कक्षा 12 वीं बोर्ड परीक्षा (Board Exam) में शामिल होने वाले 21 बच्चों का विदाई समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम (Organized events) की अध्यक्षता सेल गुवा मुख्य महाप्रबंधक ने की। यहां विद्यालय प्रबंधन द्वारा हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मौके पर आयोजित कार्यक्रम में डीएवी पब्लिक स्कूल गुवा के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार की अगुवाई में सेल गुवा मुख्य महाप्रबंधक व् मुख्य अतिथि विपिन कुमार गिरी, विशिष्ट अतिथि महिला समिति अध्यक्ष स्मिता गिरी, उप महाप्रबंधक कार्मिक नरेंद्र कुमार झा, उप महाप्रबंधक वित्त प्रकाश चंद्र सहित सम्मानित अथिति सुमन कुमारी पांडेय के द्वारा संयुक्त रूप से वैदिक हवन, मंत्रोच्चारण एवं पुष्प वर्षा के साथ बच्चों को आशीर्वचन दिया गया।
इस अवसर पर विद्यालय के धर्म शिक्षक आशुतोष शास्त्री एवं राजवीर सिंह के सानिध्य में स्कूली शिक्षको एवं अभिभावकों ने सेल पदाधिकारियों के साथ हवन मंत्र उच्चारण कर परीक्षा में शामिल होने वाले बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
उक्त विद्यालय से विदा ले रहे कक्षा 12 वीं के बच्चों को मुख्य महाप्रबंधक गिरी एवं अतिथियों द्वारा स्कूल के प्राचार्य की अगुवाई में एडमिट कार्ड एवं उपहार लेखनी पेन प्रदान किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि गिरि ने कहा कि मनुष्य का सम्पूर्ण मानव जीवन ही शिक्षा है। उन्होने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा कि लक्ष्य बना कर आगे चलेंगें तो जीवन में कभी भी हार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इंपासिबल शब्द स्वतः में अलग अलग करने से संकेत देता है कि आई एम पॉसिबल।
उन्होंने कहा कि बच्चों को अपने आप में कमजोर व असमर्थ नहीं समझना चाहिए। हमेशा पॉसिबिलिटी को आधार बनाकर आगे बढ़ते रहना चाहिए। गिरी ने संवेदित होते हुए कहा कि मनुष्य की मानसिक शक्ति असीमित है।
विदाई सचमुच में मानवीय भावनाओं एवं साहसिक कार्यो से जुड़े अविस्मरणीय भावनाओं को दृष्टिगोचर करता है। मानव अगर मेहनत करता रहे तो उसे जीवन में कभी भी डर महसूस नहीं होगा। सफलता उसके कदम चूमेगी। प्रायोगिक रूप से जीवन के कार्यों में भी शिक्षा मनुष्य के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं। ऐसा लगना चाहिए कि फटे पुराने जूते पहन कर भी आकाश में उड़े थे और हमारे सपने हर कदम पर आकाश से ऊंचा होंगे।
स्कूल के प्राचार्य डॉ मनोज कुमार ने बच्चों को बताया कि अगर मनुष्य की सोच बड़ी हो तो उसे बड़ी सफलता मिलती है। हमेशा जीवन में आगे बढ़ने के लिए बड़ी और ऊंची सोच को रखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सतत प्रयास एवं मेहनत सफलता की कुंजी है। उक्त कार्यक्रम में कक्षा द्वादश के बच्चों द्वारा कई रंगारंग नृत्य गीत की प्रस्तुति दी गई।
बच्चों द्वारा प्रस्तुत स्वागत गान, डीएवी राष्ट्र गान, कक्षा एकादश के बच्चों के सामूहिक नाट्य नृत्य प्रस्तुति, संयुक्त नृत्य, स्किट के साथ-साथ कक्षा 12 वी की छात्रा आकांक्षा द्वारा प्रस्तुत कैसेट गीत डांस रोमांचकारी रहा। कक्षा 12वी के छात्र मयूर द्वारा प्रस्तुत एकल गीत को सभी ने सराहा।
कार्यक्रम के समायोजन एवं आयोजन में स्कूली शिक्षकों का अग्रणी योगदान रहा। कार्यक्रम के सफल संचालन में शिक्षिका ज्योति सिन्हा, मोनिका महंता, भी लता रानी, पुष्पांजलि नायक, शिक्षक जय मंगल साव, सत्येंद्र राय, बाल गोपाल सिंह, विनोद कुमार साहू, अरविंद कुमार साहू, अनसूया महंता, रौशन कुमारी, एस के पांडेय सहित विद्यालय कर्मियों का योगदान सराहनीय रहा।
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