बड़ाजामदा सड़क चौड़ीकरण से रहिवासी भयाक्रांत, समाधान की अपील
सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में बड़ाजामदा क्षेत्र के युवा समाजसेवी विकास प्रजापति ने एनएच 320 जी सड़क निमार्ण से उत्पन्न होने वाली समस्या पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।
समाजसेवी प्रजापति ने 11 नवंबर को एक भेंट में कहा कि एनएच 320 जी झारखंड राज्य में हाटगमरिया, जगन्नाथपुर, बराइबुरू, सैडल, मनोहरपुर, आनंदपुर, बानो और कोलेबिरा को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण परिवहन मार्ग है। यह सड़क इन क्षेत्रों के लिए जीवन रेखा रही है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई संशय नही है कि इसके बुनियादी ढांचे को बनाए रखने और इसका सुधरना महत्वपूर्ण है।
प्रजापति ने कहा कि लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) सड़क को 110 फीट तक चौड़ा करने की योजना बना रहा है। यह वर्तमान सड़क की चौड़ाई लगभग 50 फीट से दोगुनी है। इस प्रस्तावित विस्तार ने कई मुद्दों को जन्म दिया है। अतः इस पर पुनर्विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बड़ाजामदा 10 हजार से कम आबादी वाला छोटा सा गांव है। वर्ष 2006 और 2008 के बीच निर्मित वर्तमान सड़क ने हमारे गांव की जरूरतों को पर्याप्त रूप से पूरा किया है। अगर सड़क का विस्तार किया जाता है तो दर्जनों रहिवासी इससे प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होगे।
समाजसेवी ने कहा कि बड़ाजामदा में अधिकांश स्थानीय व्यवसाय मौजूदा सड़क के किनारे स्थित हैं। जिनमें दुकानें, पेट्रोल पंप, खाद्य प्रतिष्ठान एवं चाय की दुकानें शामिल हैं। इनमें से कई रहिवासी व्यवसाय पीढ़ियों से करते रहे हैं। यह पट्टे की भूमि पर स्थित हैं।
प्रस्तावित 110 फीट सड़क विस्तार से इन प्रतिष्ठानों के ध्वस्त होने का सबसे अधिक खतरा है, जिससे प्रभावित परिवारों को गंभीर आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।इस विस्तार के परिणाम हमारे समुदाय के लिए विनाशकारी होंगे। जिससे आजीविका और घरों को नुकसान होगा। उन्होंने कहा कि यहां का अधिकांश रहिवासी रेलवे भूमि अधिग्रहण परियोजना के प्रभाव को लेकर भी चिंतित हैं।
रेलवे ने पहले ही अपने निर्माण के लिए सड़क किनारे की भूमि का एक हिस्सा अधिग्रहित कर लिया है, जिससे इस प्रक्रिया में कई रहिवासी प्रभावित हुए हैं। परिणाम स्वरुप सड़क के चौड़ीकरण के लिए वैकल्पिक समाधान पर विचार करने की मांग बड़ाजामदा क्षेत्र के युवा समाजसेवी प्रजापति ने सरकार से की है।
स्थानीय लगभग दर्जनभर रहिवासियों के अनुसार संभावित समाधान में बाईपास या ओवर पास का निर्माण शामिल हो सकता है, जो अधिक लागत प्रभावी और कम विघटन कारी साबित होगा।
उक्त तथ्यों के आधार पर समाधान की दिशा में जनहित से जुड़े निर्णय लेने की मांग बड़ाजामदा क्षेत्र के युवा समाजसेवी प्रजापति ने जिला उपायुक्त से की है। साथ ही क्षेत्र की कनेक्टिविटी और विकास को बनाए रखते हुए बड़ाजामदा के रहिवासियों की भलाई सुनिश्चित करने की अपील की है।
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