ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। बेरमो अनुमंडल के गणमान्य बुद्धिजीवी, राजनीतिक दल, गैर राजनीतिक दल, व्यवसायी वर्ग एवं अधिवक्ता संघ के साथ बेरमो को जिला बनाने के लिए एक चिंतन शिविर का अयोजन बीते 13 मार्च को तेनुघाट टूरिस्ट कांप्लेक्स में किया गया।
आयोजित चिंतन शिविर में आगामी 2024 में विधानसभा चुनाव के पूर्व बेरमो अनुमंडल को कैसे जिला का दर्जा मिले इसको लेकर चिंतन और मंथन कर सर्वदलीय कमेटी का गठन करने का निर्णय लिया गया। आगामी अप्रैल माह में होने वाली बैठक में पूरे बेरमो अनुमंडल के सभी सातों प्रखंड से उपस्थित जनप्रतिनिधियों के बीच कोर कमेटी का गठन कर इस कमेटी में सदस्य बनाया जाएगा।
चिंतन शिविर में उपस्थित सभी वक्ताओं ने अपने संबोधन में कई विचार विमर्श दिए। वरीय अधिवक्ता राम विश्वास महथा ने कहा कि अधिवक्ता संघ हमेशा बेरमो अनुमंडल को जिला बनाने को लेकर तत्पर और सजग रहा है, परंतु किसी न किसी कारणों से मामला हमेशा पिछड़ता रहा है।
वरिय अधिवक्ता एस एन डे ने कहा कि बेरमो को जिला बनाने के लिए हम सभी जनप्रतिनिधियों का सहयोग और मार्गदर्शन लेंगे। गोमियां विधानसभा के वर्तमान विधायक डॉक्टर लंबोदर महतो, बेरमो विधायक अनूप कुमार सिंह, डुमरी विधायक सह शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो,आदि।
गिरिडीह लोक सभा सांसद तथा पूर्व विधायक योगेंद्र महतो (MLA Yogendra Mahato) का सहयोग एवं मार्गदर्शन लेंगे। जो जनप्रतिनिधि सहयोग करने का आश्वासन देंगे उनसे सहयोग लेंगे और जिन्होंने असहयोग का आश्वासन देंगे उनका भी विचार लेकर उनका हृदय में ख्याल रखेंगे।
कहा कि कई बार अधिवक्ताओं के द्वारा अधिवक्ता संघ भवन में विधायकों को भी बुला कर सारी बातें रखा था, मगर सफलता नहीं मिली। अब हम सब एक साथ खड़े हैं। सभी लोग अपने अपने दलगत भावना से उपर उठकर केवल बेरमो को जिला बनाने के लिए ही बात करेंगे। उम्मीद है कि शीघ्र बेरमो को जिला बनाया जा सकता है।
डे ने कहा कि बेरमो हमेशा से ही उपेक्षित रहा है। बेरमो तत्कालीन बिहार का सबसे पुराना अनुमंडल है। यह जिला बनाने की सारी अहर्ता पूरी करता है। इसके बाद भी बेरमो को अभी तक जिला का दर्जा नहीं मिल पाया।
कहा गया कि बेरमो में सीसीएल (CCL) के तीन कोयला क्षेत्र, डीवीसी बोकारो (DVC Bokaro) तथा चंद्रपुरा थर्मल पावर स्टेशन, टीटीपीएस ललपनिया हैं। मगर बेरमो को जिला नहीं बनाया जा रहा है। आज हम सब एक साथ एक मंच पर हैं। हम पूरी तरह प्रयास कर बेरमो को जिला बनाएंगे।
राम बल्लभ महतो ने कहा कि बेरमो जिला बनाने के लिए संघर्ष करना होगा। हमारा लक्ष्य एक ही रहेगा, बेरमो को जिला बनाना है। जन आंदोलन कर हमें अनुमंडल के सभी जनता तक पहुंचना होगा। उन्हें अपने साथ मिलाना होगा, तभी हम बेरमो को जिला बना सकते हैं। जब हम अंग्रेजों के हाथों से भारत को आजाद करा सकते हैं, फिर बेरमो को भी जिला जरूर बना सकते हैं।
वकील प्रसाद महतो ने कहा कि अधिवक्ता संघ के द्वारा बेरमो को जिला बनाने के लिए एक सामूहिक प्रयास वर्ष 2011 में किया गया था। जिसमें हमें जनता का भी काफी सहयोग मिला था। किसी कारणवश यह आगे नहीं बढ़ सका। फिर सक्रिय हुए हैं।
मुझे उम्मीद है कि हम जल्द इसमें कामयाबी पाएंगे और बेरमो को जिला बनाएंगे। उन्होंने कहा कि बेरमो से कम आबादी, कम क्षेत्रफल वाले अनुमंडल को जिला का दर्जा मिला। मगर बेरमो के लिए हमें आंदोलन करने की जरूरत है। भाजपा नेता लक्ष्मण नायक ने कहा कि आज बेरमो जिला बनाने के लिए हमने एक कदम उठाया है।
जिसमें काफी लोगों का सहयोग रहा है। अगली बैठक में पूरे बेरमो के गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे। बेरमो को जिला बनाने की बात सरकार तक पहुंचा कर जल्द जिला बनाने का काम किया जाएगा। देवनारायण प्रजापति ने कहा कि हम सभी की हार्दिक इच्छा है कि बेरमो जिला बने। जो कार्यक्रम हुआ है वह बेकार नहीं जाएगा सफलता पाएंगे। चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने के लिए भी हम तैयार हैं।
सोशलिस्ट पार्टी लोहिया के मृणाल कांति देव ने कहा कि राजनीति सेवा है, मगर आज लोग इसे मेवा बना रहे हैं। मैं हमेशा से बेरमो को जिला बनाने की मांग उठाता रहा हूं और उठाता रहूंगा। बेरमो को जरूर जिला का दर्जा मिलेगा। अगर जरूरत पड़ी तो हम आमरण अनशन करेंगे और जेल जाने को भी तैयार रहेंगे।
सुरेंद्र राज ने कहा कि काफी लंबे समय से बेरमो अनुमंडल को जिला बनाने की मांग चली आ रही है। एक बार बेरमो जिला बनाने को लेकर एक कमेटी भी बनी थी। आज फिर से हम एक बार जिला बनाने की मांग में जुटे हैं। जब तक जिला नहीं बनेगी हम पीछे नहीं हटेंगे।
मुमताज अंसारी ने कहा कि बेरमो को जिला बनाने के बाद कई तरह का विकास कार्य होगा। हमें तन मन धन का प्रयोग कर जिला बनाने का कार्य करना होगा। मनोज गुप्ता ने कहा कि जिला बनने से क्षेत्र का विकास होगा। यहां के बेरोजगारों को रोजगार की साधन बढेगा। शिवशीष चौबे ने भी जिला बनाने की बात कहा। साथ हीं कहा कि यह क्षेत्र मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जिला बनने से इसका निराकरण होगा।
आजसू नेता राजेश विश्वकर्मा ने कहा कि बेरमो को जिला बनने से रोजगार के साधन खुलेगा। यहां की जन समस्याओं का समाधान भी हो सकता है। अधिवक्ता संघ के सदस्यों के द्वारा यह आश्वासन दिया गया कि अगर बेरमो को जिला बनाने को लेकर आंदोलन करने वालों को किसी भी तरह का केस मुकदमा होगा। सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता संघ उनका मुफ्त मुकदमा लड़ेंगे।
बैठक के अंत में दिवंगत कुमार अंनत मोहन सिन्हा, बसंत कुमार महतो, सुखदेव राम रवानी और नंदकिशोर महली के आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखकर भगवान से प्रार्थना की गई। सभा का संचालन संतोष कुमार नायक ने किया।
उसके बाद सर्वसम्मति से एक संयोजक मंडली का गठन किया गया, जिसमें संतोष कुमार नायक, वकील प्रसाद महतो, लक्ष्मण कुमार नायक, सुरेंद्र राज, देव नारायण प्रजापति, मुमताज अंसारी, सुभाष कटरियार, मनोज कुमार गुप्ता, शिवशीष चौबे, राजेश विश्वकर्मा, विकास कुमार सिंह और जागेश्वर ठाकुर तथा संरक्षक राम विश्वास महथा, सतनारायण डे, आदि।
राम बल्लभ महतो एवं मृणाल कांति देव का चयनित किया गया। मंच संचालन और स्वागत भाषण संतोष कुमार नायक तथा धन्यवाद ज्ञापन विमल प्रसाद नायक ने किया।
बैठक में ओम प्रकाश, मिथिलेश कुमार, मुकेश कुमार, राम चंद्र ठाकुर, बालेश्वर गोप, चंद्रशेखर प्रसाद, अशोक यादव, जागेश्वर ठाकुर, परमेश्वर नायक, पंचानन महतो, श्यामा नंद नायक, विमल प्रसाद नायक आदि मौजूद थे।
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