पीएम प्रसाद के नेतृत्व में सीसीएल का हो रहा है कायाकल्प

नंद कुमार सिंह/फुसरो (बोकारो)। कोरोना से उत्पन्न कठिन और विपरित परिस्थितियों तथा अत्यधिक वर्षा, हड़ताल और उत्खनन स्थल उपलब्धता की समस्याओं के बावजूद सीसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक (सीएमडी) पीएम प्रसाद (PM Prasad) के नेतृत्व में सीसीएल का जबरदस्त कायाकल्प हुआ है।

गत वित्तीय वर्ष 2021-22 में सीसीएल का 68.83 मिलियन टन कोयला उत्पादन और 71.8 मिलियन टन कोयला डिस्पैच हुआ। जो अब तक का सर्वकालिक अघिकतम उत्पादन और डिस्पैच का रिकॉर्ड है।

जानकारी के अनुसार वर्ष 2022 के मार्च महीना में 11.2 मिलियन टन कोयला उत्पादन हुआ। जो कोल इंडिया की अन्य कंपनियों की तुलना में सर्वाधिक है। विगत वर्ष 20 -21 की तुलना में बिजली घरों को कोयला डिस्पैच 12 प्रतिशत ग्रोथ, सड़क मार्ग से डिस्पैच में 68.5 प्रतिशत का ग्रोथ, ई ऑक्शन के तहत कोयला बिक्री कीमत मे 93 प्रतिशत का ग्रोथ हुआ।

कुल 10.85 मिलियन टन कोयला ई ऑक्शन के तहत बेचा गया। सीसीएल में जो कायाकल्प हो रहा है। उसमे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास मंत्र की शक्ति का बड़ा असर है। वहीं सीएमडी प्रसाद की दूरदृष्टि, कड़ी मेहनत और टीम वर्क की सफलता भी रही है।

ध्यान देने योग्य है कि सीएमडी प्रसाद सब की बात सुनकर समस्या का समाधान करते हैं। गत वित्तीय वर्ष में सीसीएल ने झारखंड सरकार को 898.86 करोड़ रुपये भूमि मुआवजा के रूप में दिया। जबकि 143 विस्थापितों को नौकरी तथा 0.24 करोड़ रुपए मुआवजा दिया गया।

गत वर्ष की निर्धारित लक्ष्य 110 हेक्टेयर की जगह 133 सेक्टर भूमि पर वृक्षारोपण किया गया। गत वित्तीय वर्ष में कोरोना के मद्देनजर 2.8 करोड़ की लागत से 5 ऑक्सीजन प्लांट (Oxygen Plant) लगाया गया। जिसकी क्षमता 1350 एलपीएम है।

17 जनवरी 2022 को अक्षय पात्र फाउंडेशन एवं रामगढ़ जिला प्रशासन (Ramgarh District Administration)  के साथ समझौता ज्ञापन किया गया। जिसके अंतर्गत रामगढ़ में 50 हजार बच्चों के लिए प्रतिदिन भोजन बनाने की क्षमता वाले सेंट्रलाइजेशन किचन स्थापित किया गया।

यह योजना जिले के 586 सरकारी स्कूलों (Government schools) में बच्चों को मिड डे मील प्रोग्राम के तहत दिया जाएगा। गत वर्ष सीसीएल के लाल एवं लाडली योजना के तहत शिक्षा ग्रहण करने वाले 9 छात्र जेईई एडवांस क्वालीफाई कर आईआईटी के लिए चयनित हुए। दो छात्राओं ने जेईई एडवांस क्वालीफाई कर इतिहास रच दिया।

कोविड-19 सुरक्षा के लिए सीसीएल (CCL) में झारखंड के 5 जिलों में स्थित 9 टीकाकरण केंद्रों पर 2 लाख 18 हजार 137 लोगों को कोविड का टिका लगवाया गया। जिनमें सीसीएल कर्मियों के साथ उनके परिजन, ठेकाकर्मी तथा आमजन शामिल है। कोविड से माता-पिता को खोने वाले बच्चों के लिए सीसीएल द्वारा स्कॉलरशिप शुरू की गई, जिससे वे शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।

योजना प्रभावित 148 युवको को सीएचएमबी ड्राइविंग ट्रेनिंग (CHMB Driving Training) एवं लाइसेंस दिलाई गई। टंडवा में 5.5 करोड़ की लागत से एचएमबी ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया। 1.67 करोड़ की लागत से चतरा जिला को आठ एंबुलेंस, 11.05 करोड़ की लागत से रांची तथा लातेहार में 15 आदर्श प्रसव रूम बनाया गया।

इसी तरह 96 लाख की लागत से रामगढ़ के बिजुलिया में तालाब का सौन्दर्यीकरण, 13 लाख की लागत से रामगढ़ के मांडू में हाईटेक नर्सरी, 98 लाख की लागत से झारखंड यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी में इनक्यूबेशन सेंटर, 15 लाख रुपए की लागत से रांची तथा हटिया रेलवे स्टेशन पर 11 होटल क्रशिंग मशीन लगाया गया।

जबकि 53 लाख रूपये की लागत से 120 सरकारी स्कूलों में सेनेटरी नैपकिन वेडिंग मशीन लगाया गया। सिमडेगा में 98 लाख रुपए की लागत से हॉकी ग्राउंड को प्रकाशवान बनाया गया।

कोयला उत्खनन के लिए अशोका प्रोजेक्ट को 20 से 25 मिलियन टन, वार्षिक नॉर्थ उरीमारी को 7.50 से 10 मिलियन टन वार्षिक, कारो को 11 से 15 मिलियन टन वार्षिक और कोनार को 8 से 11 मिलियन टन वार्षिक का ईपीआर हुआ। कुल 46.5 मिलियन टन वार्षिक में से 26.5 मिलियन टन को स्वीकृति मिल चुकी है।

आम्रपाली ओसीपी को 20.16 मिलियन टन वार्षिक और नॉर्थ करणपुरा ओसी को 3.6 मिलियन टन वार्षिक की स्वीकृत हुई है। मगध ओसी के पाइप कन्वेयर कॉरिडोर के लिए दूसरे 231.93 हेक्टेयर वन भूमि के लिए स्टेज वन मिल गया है।

गत वर्ष कोनार साइडिंग बना और चालू भी हुआ। टोरी शिवपुर रेल लाइन निर्माण की कैपिटल लागत को कंपनसेट करने के लिए पूर्व मध्य रेलवे ने 9 मार्च को स्वीकृति दे दी है। इसके तहत सीसीएल को प्रति रैक रेलवे से लगभग 2 लाख रुपए मिलेगा। यह प्रति 5 वर्ष में रिवाइज होगा।

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