योजना अवधि के बाद भी बैंक राशि देने से किया इनकार, होगा आंदोलन-माले
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। केंद्र सरकार (Central government) द्वारा संचालित बालिका समृद्धि योजना के तहत एवं बालिकाओं की सुविधा के लिए बतौर आर्थिक सहायता 500 रूपये ग्रामीण बैंक में फिक्स्ड कराया गया था।
18 साल बाद 9.5 ब्याज दर से बालिका को राशि देय था। अवधि पूरा होने पर बालिका के माता- पिता राशि निकासी के लिए आंगनबाड़ी, आईसीडीएस (ICDS), बैंक का चक्कर लगाना शुरू किया, तो पता चला कि रिन्यूअल के नाम पर सीडीपीओ कार्यालय मार्फत आंगनबाड़ी सेविका द्वारा लिया गया मुल बांड पेपर कार्यालय से गायब हो गये।
इसे लेकर लाभार्थी फोटो स्टेट (Photo State) लेकर बैंक (Bank) गये तो प्रबंधक द्वारा एक हजार रूपये के टिकट पर कोर्ट से एफ़िडेविट बनवाने, एक हजार रूपये जमा कर बच्ची का खाता ग्रामीण बैंक में खोलवाने पर जमा राशि मिलने की बात कही गई। अर्थात 1 हजार 5 सौ रूपये की राशि लेने हेतु करीब 2 हजार रूपये खर्च करना घोर आश्चर्यजनक है।
इससे गुस्साए लाभार्थियों की बैठक 8 जनवरी को भाकपा माले के बैनर तले समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर के मोतीपुर पैक्स के पास आयोजित किया गया। अध्यक्षता किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह ने किया। संचालन राजदेव प्रसाद सिंह ने किया। पर्यवेक्षण माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने किया।
बैठक में लाभार्थी के माता-पिता क्रमशः सुनीता देवी, गीता देवी, रिजवाना खातुन, शमशाद बेगम, जानकी देवी, मंजू देवी, श्याम चंद्र दास आदि उपस्थित थे।
बैठक में कहा गया कि सीडीपीओ, बैंक मैनेजर से प्रतिनिधिमंडल द्वारा मिलने के बाद कार्य संपादित नहीं होने पर सीडीपीओ कार्यालय पर घरना, प्रदर्शन एवं अनशन आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया।
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