रोजी, रोटी, बराबरी की मांग को लेकर ऐपवा ने निकाला मार्च

बढ़ते उन्माद-उत्पात- बलात्कार- हत्या- अपराध पर रोक लगाये सरकार-बंदना सिंह

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोशियेशन (ऐपवा) के बैनर तले महिलाओं ने 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर जुलूस निकालकर युद्ध नहीं शांति- रोजी- रोटी- बराबरी की मांग की।

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर ऐपवा से जुड़ी बड़ी संख्या में महिलाओं ने समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के मोतीपुर खैनी गोदाम के पास ईकट्ठा होकर अपने- अपने हाथों में झंडे, बैनर एवं प्लेकार्ड लेकर जुलूस निकाला।

“नफरत और हिंसा के खिलाफ प्रेम, बहनापा और सम्मान के लिए एकजुट हों”, “बढ़ते उन्माद, उत्पात, बलात्कार, हत्या, अपराध पर रोक लगाओ”, “भैरोपट्टी (घटहो) बलात्कार कांड के आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल में बंद करो” आदि नारे लगाते हुए जुलूस बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए नगर परिषद क्षेत्र के गांधी चौक पहुंचकर जुलूस सभा में तब्दील हो गया।

सभा की अध्यक्षता महिला अधिकार कार्यकर्ता सह ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह ने किया। सभा को रंजू कुमारी, अनीता देवी, सोनिया देवी, रजिया देवी, रजनी देवी, पुतुल कुमारी, सुलेखा कुमारी, संजू कुमारी, साजन देवी, कांति देवी, राजकुमारी देवी, सुबली देवी, नीलम देवी, बेवी देवी आदि ने संबोधित किया।

बतौर मुख्य वक्ता सभा को संबोधित करते हुए ऐपवा राज्य सचिव शशि यादव ने कहा कि युद्ध हमेशा विनाशकारी होता है। युद्ध अपने आप में एक समस्या है, समाधान नहीं। उन्होंने कहा कि समाज में आज भी महिलाएं दोयम दर्जे की नागरिक है। समाज में फैले लैंगिक असमानता के खिलाफ महिलाएं रोजी, रोटी और बराबरी के लिए लड़ रही हैं। वे नफरत और हिंसा के खिलाफ प्रेम, बहनापा और सम्मान के लिए एकताबद्ध हो रही हैं।

महिला नेत्री शशि यादव ने कहा कि बिहार में हाल के दिनों में उन्माद, उत्पात, बलात्कार, हत्या, अपराध बढ़ा है। आधारपुर में बेटियों को उठा लिया जाता है। महिला की हत्या कर दी जाती है। रूपौली में मो. खलील रिजवी की हत्या कर दी जाती है। कभी मियां टोली तो कभी अलतलहा, तो फिर कभी कोई और बहाना बनाकर दलित- अक्लियतों पर साजिश के तहत हमला किया जा रहा है।

पीड़िता के पक्ष में न्याय करने के बजाय भाजपा- जदयू के सुशासन की नीतीश सरकार की प्रशासन आरोपियों को संरक्षण देती है। न्याय के लिए संघर्षरत पीड़िता एवं परिजनों की हत्या तक कर दी जाती है। ऐसे जुल्मी सरकार को संघर्ष के जरिये सत्ता से हटाने की उन्होंने महिलाओं से अपील की।

अपने अध्यक्षीय संबोधन में महिला नेत्री बंदना सिंह ने कहा कि भैरोपट्टी (घटहो) में तुतली लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया। पीड़िता समस्तीपुर सदर अस्पताल में ईलाजरत है। बयान देने के बाद भी अभी तक न एफआईआर नंबर दिया गया और न ही आरोपियों की गिरफ्तारी की गई।

उल्टे रसुखदार आरोपी पीड़िता एवं परिजनों को केस वापस लेने अन्यथा मजा चखा देने की धमकी दिये फिरता है। पीड़िता को न्याय मिलने तक संघर्ष चलाने का संकल्प ऐपवा नेत्री ने व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि बढ़ते उन्माद-उत्पात- बलात्कार- हत्या- अपराध पर रोक लगाये बिहार किया नीतीश सरकार।

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