मतदान केंद्रों में न्यूनतम सुविधा को लेकर प्रखंड कार्यालय में बैठक

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में बेरमो प्रखंड के विभिन्न मतदान केंद्रों के सुदृढ़ीकरण तथा न्यूनतम सुविधा प्रदान करने को लेकर एक अप्रैल को प्रखंड कार्यालय सभागार में बैठक आयोजित किया गया। बैठक में अनुपस्थित पंचायत के मुखियाओं, कनीय अभियंता व् अन्य को शो-कॉज देने का निर्देश जिला पंचायती राज पदाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी सह अंचलाधिकारी को दिया।

बेरमो प्रखंड कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए जिला पंचायती राज पदाधिकारी मोहम्मद शफीक आलम ने कहा कि बीते दिनों उनके द्वारा निरीक्षण के क्रम में प्रखंड के कई बूथों पर अनेक प्रकार की कमियां पाई गई थी। इसी क्रम में कई बूथ पर बुलावे के बाद भी न तो वहां पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव अथवा पंचायत सेवक ही उपस्थित हो पाए थे। यह गंभीर विषय है।

इसे हल्के में न ले। उन्होंने कहा कि आगामी 25 मई को होने वाले लोकसभा आम निर्वाचन की तैयारियो को लेकर मतदान कर्मियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मतदान केंद्रों पर न्यूनतम सुविधा का होना आवश्यक है।

जिसमें बुथ में पर्याप्त रोशनी, शेड की समुचित व्यवस्था, जलापूर्ति, शौचालय, दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा को लेकर व्हील चेयर की सुविधा के अलावा जहां बूथ है उक्त भवन में विकलांगो तथा बुजुर्ग नागरिक की सुविधा के लिए 60 डिग्री का रैम बनाया जाना है, ताकि मतदान के दौरान आने-जाने के क्रम में दिव्यांग तथा वरिष्ठ नागरिकों को असुविधा ना हो।

साथ ही मतदान केंद्र में दो दरवाजा अवश्य हो। यदि किसी मतदान केंद्र में एक ही दरवाजा है तो वहां पार्टीशन लगाया जाना आवश्यक है। वहीं बुथ का नामांकरण स्पष्ट अंकित हो, ताकि मतदान कर्मियों को मतदान केंद्र को पहचानने में कठिनाई न हो।

उन्होंने कहा कि प्रखंड क्षेत्र के तमाम पंचायतो के मुखिया, पंचायत सेवक, पंचायत सचिव इसे एक सप्ताह के भीतर सुनिश्चित कर लें, अन्यथा उनके विरुद्ध कार्रवाई निश्चित है। इस अवसर पर बेरमो बीडीओ सह अंचलाधिकारी संजीत कुमार सिंह ने कहा कि बेरमो क्षेत्र में कुल 142 बूथ तथा 92 मतदान भवन है। उन्होंने कहा कि बेरमो प्रखंड मूल रूप से अर्ध शहरी क्षेत्र है। यहां के अधिकांश पंचायतो में जमीन ही नहीं है, जिसमें डोभा, तालाब आदि बनाये जा सके।

इसलिए चुनाव के बाद कोड ऑफ कंडक्ट की समाप्ति के बाद ऐसी योजना बनाई जाएगी, ताकि यहां के ग्रामीण इलाको में शहरी योजना की तरह रहिवासियों को लाभ मिल सके।

उक्त बैठक में जिला पंचायती राज पदाधिकारी मो. आलम ने अरमो पंचायत की मुखिया, गोविंदपुर सी पंचायत, डी पंचायत, ई पंचायत, बोरिया उतरी पंचायत, जारंगडीह दक्षिणी पंचायत, बेरमो दक्षिणी पंचायत के मुखिया सहित बैठक में अनुपस्थित जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता को तत्काल शो-कॉज करने का निर्देश बीडीओ को दिया। साथ ही उसकी प्रति जिला मुख्यालय भेजने का निर्देश दिया है।

बैठक में उपरोक्त के अलावा 15वें वित्त के कनीय अभियंता, प्रखंड पंचायती राज पदाधिकारी, प्रखंड प्रधान सहायक, नाजिर, गोविंदपुर ए की मुखिया अंजू आलम, बी पंचायत के मुखिया चंद्रदेव घांसी, एफ पंचायत के मुखिया कविता कुमारी, बोडिया दक्षिणी की मुखिया तरुलता देवी, पूर्व मुखिया घनश्याम प्रसाद, जारंगडीह उत्तरी पंचायत की मुखिया फिरोज खातून, आदि।

पूर्व मुखिया मोहम्मद इम्तियाज़ अंसारी, जरीडिह पश्चिमी पंचायत की मुखिया देवंती देवी, बेरमो दक्षिणी मुखिया कंचन देवी, पुर्वी मुखिया दुर्गावती देवी, बेरमो पश्चिमी मुखिया आरती देवी, कुरपनिया मुखिया कविता सिंह, बैदकारो पश्चिमी मुखिया मालती सिंह, पूर्वी मुखिया सीमा महतो, पंचायत सचिव मिथिलेश कुमार पांडेय, मनोज कुमार, नरेश कुमार यादव, किशुन मुंडा, आनंद प्रसाद, सुनीता कुमारी, विनीता कुमारी, डाटा इंट्री ऑपरेटर, दर्जन भर कार्यालय कर्मी और नगरपरिषद कर्मी उपस्थित थे।

इस संबंध में प्रखंड प्रमुख गिरिजा देवी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब से बेरमो के नये सीओ संजीत कुमार सिंह यहां पदभार ग्रहण किये है तब से उन्हें किसी भी कार्यक्रम की जानकारी नहीं दी जाती है। कहा कि आज के कार्यक्रम की भी उन्हें जानकारी नहीं दी गई। इसकी शिकायत वे उच्च पदाधिकारियों से करेंगे। इस बावत सीओ ने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देश के आलोक में किसी भी राजनीतिक दल से जुड़े जनप्रतिनिधि को इस प्रकार के कार्यक्रमों से दूर रखने का निर्देश प्राप्त है।

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