एस. पी. सक्सेना/बोकारो। यह दृश्य कोई अजूबा नहीं है। यह आम है। संभव है यह नियम विरुद्ध हो, पर सत्य है। सच्चाई यह है कि सारे नियम कानून यहां धरे का धरा रह जाता है। क्योंकि यहां रात के अंधेरे में भी रोड सेल ट्रक का कांटा किया जाता है।
हम बात कर रहे हैं बोकारो जिला के हद में सीसीएल के कथारा कोल वाशरी का, जहां खुली आंखो रात के अंधेरे में नियमों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है।
आधिकारिक सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार 23 मई की रात्रि लगभग आठ बजे कथारा वाशरी कांटा घर में वजन कराने के लिए दर्जनों स्लरी व् रिजेक्ट लदे रोड सेल ट्रको की लाइन लगा था। इस क्रम में यहां कार्यरत अधिकारियों के वाहनों के आवजाही में खासे परेशानी भी झेलना पर रहा था।
बताया जाता है कि सूर्यास्त के बाद नियमतः सेल से जुड़े खाली अथवा लोड वाहनों का वजन व् निष्कासन वर्जित है। बावजूद इसके यहां धड़ल्ले से लोड ट्रको का वजन किया जा रहा है।
इस संबंध में स्थानीय परियोजना पदाधिकारी विजय कुमार से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यह कहीं से भी नियम विरुद्ध नहीं है। पीओ के अनुसार सूर्यास्त से पूर्व ही खाली ट्रक का कांटा बंद कर दिया जाता है, जबकि लोड ट्रक का वजन रात्रि साढ़े आठ बजे तक किया जाता है।
ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि साढ़े आठ बजे रात्रि तक वजन किये गये ट्रको के सेल से संबंधित कागजात तैयार करने में रात्रि नौ से दस बजता होगा। ऐसे में रात के अंधेरे में सुरक्षा चूक का लाभ ट्रक मालिकों को अथवा डीओ धारको को मिल रहा होगा। इसकी संभावना सूत्र जता रहे हैं। तब यह कहना स्वाभाविक है कि न खाता न बही, साहब जो कहे वही सही।
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