ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। गैर मजरूआ खास, बकाश्त, बंदोबस्ती एवं भूदान से हासिल जमीन का ऑनलाइन इंट्री कर लगान रसीद निर्गत करने की मांग को लेकर आगामी 25 अप्रैल से आयोजित सत्याग्रह की तैयारी को लेकर किसान मंच ने बीते 14 मार्च को गिरिडीह के झंडा मैदान में किसान पंचायत आयोजित किया गया।
इस अवसर पर किसान पंचायत को संबोधित करते हुए किसान मंच के गिरिडीह जिलाध्यक्ष अधिवक्ता अवधेश कुमार सिंह ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा ने वर्ष 2019 के विधान सभा चुनाव में बड़ा बड़ा होर्डिंग बैनर लगाकर जनता से यह वादा किया था कि झामुमो की सरकार बनी तो रघुवर सरकार ने किसानों के जिस गैर मजरूआ जमीन को प्रतिबंधित सूची में डालकर लगान रसीद निर्गत करने पर रोक लगाई है उस रोक को हटाया जाएगा।
साथ हीं किसानों के गैर मजरुआ जमीन का लगान रसीद निर्गत किया जाएगा। बावजूद इसके गैर मजरूआ जमीन का लगान रसीद निर्गत करना तो दूर की बात, रैयती जमीन का भी ऑनलाइन रसीद निर्गत कराने में भी आफत हो गया है। जमीन के प्लॉट का ऑनलाइन इंट्री के लिए मोटा रकम घूस में मांगा जाता है। नहीं देने पर बिना कारण बताए या अनाप शनाप कारण बता कर आवेदन रिजेक्ट कर दिया जाता है।
बैठक में कहा गया कि अंचल अधिकारी को जहां जिला प्रशासन का संरक्षण प्राप्त है, वहीं सत्ता पक्ष और विपक्ष भी पूरी तरह से चुप्पी साधे हुए है। ताकि जिला प्रशासन से उनका याराना बना रहे। इसलिए समय की पुकार है कि हम किसान एकजुट होकर ऐसा आंदोलन चलाएं।
जिससे सरकार को अपना चुनावी वादा पूरा करना पड़े। हम किसान सत्याग्रह से इतना शक्ति पैदा करेंगे कि विपक्ष को हमारी आवाज बनना पड़ेगा और भ्रष्ट अधिकारियों के साथ हमारे माननीय का जो गलबहियां हो रहा है उसे छोड़ना पड़ेगा।
किसान मंच के पूर्व जिला सचिव देवचन्द्र यादव एवं वर्तमान जिला सचिव विजय कुमार ने कहा कि किसान सत्याग्रह की तिथि 25 अप्रैल से कम से कम 15 दिन पहले हर हाल में किसान अपने जमीन के ऑनलाइन इंट्री हेतू विधिवत तरीके से ऑनलाइन आवेदन कर उसके पावती रसीद की एक छाया प्रति किसान मंच के कार्यालय में जमा करें, आदि।
ताकि उन सभी पावती रसीदों को सूचीबद्ध कर उक्त आवेदन को निष्पादित करने हेतू ज्ञापन सौंपकर उस पर कार्रवाई करने हेतू सत्याग्रह के माध्यम से प्रशासन एवं सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
किसान पंचायत के बाद, प्रिंटर खराब होने का बहाना बनाकर खतियान का नकल अभिलेखागार के प्रभारी पदाधिकारी द्वारा नहीं दिए जाने से आक्रोशित किसानों ने जिला प्रशासन के खिलाफ शहर में प्रदर्शन कर मुख्यमंत्री के नाम उपायुक्त को ज्ञापन सौंपा।
किसान पंचायत में तिसरी अंचल अध्यक्ष दासो मुर्मू, उपाध्यक्ष ब्रम्ह देव राय, महासचिव बैजून मुर्मू, कुदरत अली, खुशबू देवी, देवरी अंचल अध्यक्ष अन्ना मुर्मू, बेंगाबाद के पंचायत समिति सदस्य देवकी नंदन यादव, पूर्व पंचायत समिति सदस्या बसंती देवी, बेंगाबाद अंचल अध्यक्ष नबी अंसारी, गिरिडीह अंचल अध्यक्ष हदीश अंसारी, आदि।
मौजा कमिटी अध्यक्ष छत्रधारी सिंह, हेमलाल सिंह, पुरन सिंह, शनिचर टुडू, परशुराम, गोने टुडू, अब्दुल अंसारी, अरविंद कुशवाहा, रुपिया सोरेन, शिवम बास्के, गुलाम मियां, बासुदेव मरांडी, पप्पू कुमार यादव, देबू यादव, नारायण महतो, दिलीप यादव, रोहित तुरी, बिशुन मरांडी, दासो हांसदा सहित सैकड़ों किसान उपस्थित थे।
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