दशहरे का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है-मधु कोड़ा
रावण दहन अधर्म पर धर्म की जीत का प्रतीक है-गीता कोड़ा
प्रहरी संवाददाता/जमशेदपुर (झारखंड)। विजयादशमी के अवसर पर बीते 5 अक्टूबर को पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में गुवा स्थित फुटबॉल मैदान में रामनगर दुर्गा पूजा पंडाल कमेटी की ओर से 70 फीट की ऊंची रावण का निर्माण कर रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान रावण दहन कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य अतिथि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं वर्तमान सांसद गीता कोड़ा ने किया।
रावण दहन कार्यक्रम में भगवान श्रीराम की भूमिका में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने वाण मे अग्नि की लपट लगा रावण का दहन किया। अधर्म पर धर्म की विजय करते हुए रावण दहन कार्यक्रम के तहत अधर्म का नाश किया गया। इस दौरान फुटबॉल मैदान रावण दहन कार्यक्रम देखने के लिए श्रद्धालुओं की तीन हजार से ज्यादा भीड़ पूरी तरह मैदान में देखा गया।
रावण दहन कार्यक्रम से पूर्व मधु कोड़ा ने रहिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि अधर्म का नाश करने के लिए रावण दहन का कार्यक्रम किया जाता है। दशहरे का पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है।
इस दिन भगवान श्रीराम ने लंकापति रावण का वध कर अपनी पत्नी सीता को उसके चंगुल से आजाद कराया था। तबसे हर साल विजय दशमी पर रावण का पुतला दहन करने की परंपरा चली आ रही है।
उन्होंने कहा कि हम सभी को प्रण करना चाहिए कि अच्छाई एवं धर्म के मार्ग पर चलेंगे तथा एक उन्नतशील राष्ट्र के निर्माण में अपना अग्रणी योगदान प्रदान करेंगे। सांसद गीता कोड़ा ने रहिवासियों को विजयदशमी की ढेर सारी शुभकामनाएं तथा साधुवाद दी।
137 total views, 2 views today