कंगना पर दर्ज हो देश द्रोह का मामला – नसीम खान

स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान बर्दाश्त नहीं, कंगना से पद्मश्री वापस लो!

प्रहरी संवाददाता/मुंबई। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Maharashtra Pradesh Congress Committee) के कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व मंत्री आरिफ नसीम खान के अलावा देश के विभिन्न राज्य व शहरों में अभिनेत्री कंगना रनौत (Actress Kangana Ranaut) के खिलाफ करीब तीन दर्जन से अधिक मामले दर्ज होने की संभावना जताई जा रही है। कंगना के खिलाफ कांग्रेस पार्टी के अलावा आप, राकांपा और देश प्रेमियों का बड़ा जत्था है।

हाल ही में अभिनेत्री कंगना रनौत ने बेतुकी ब्यान देकर हजारों स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है, रनौत ने अपने ब्यान में यह कहा था कि भारत को 1947 में आजादी नहीं भीख मिली थी, असली आजादी तो 2014 में मिली, इस बात को लेकर पूर्व मंत्री और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष आरिफ नसीम खान ने कंगना के ब्यान को देशद्रोह की संज्ञा दी है।

उन्होंने मांग किया है कि कंगना रनौत के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए। खान ने इसकी लिखित शिकायत साकीनाका पुलिस को भी दिया है। उन्होंने कंगना रनौत के पद्मश्री एवार्ड को भी वापस लेने की मांग की है। वहीं आम आदमी पार्टी की प्रिती शर्मा मेनन ने भी कंगना के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की मांग की है।

गौरतलब है कि नसीम खान ने कहा है कि भारत को अंग्रेजों के चंगूल से छोड़ाने के लिए आजादी के दिवानों को लंबी और कड़ी संघर्ष करना पड़ा था। हजारों स्वतंत्रता सेनानियों ने देश को आजादी दिलाने के लिए अपना बलिदान दिया। स्वतंत्रता संग्राम में महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार वल्लभभाई पटेल, आदि।

मौलाना अबुल कलाम आजाद, शहीद भगत सिंह जैसे कई योद्धाओं का योगदान रहा है। ब्रिटिश शासन ने हजारों स्वतंत्रता सेनानियों को मौत के घाट उतर दिया।

स्वतंत्रता सेनानियों के कारण हमें 15 अगस्त 1947 को आजादी मिली और उसकस बाद पंडित नेहरू और महापुरुष डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा देश को दिए गए संविधान के कारण भारत दुनिया में एक शक्तिशाली राष्ट्र के रूप में उभरा है।

लेकिन अभिनेत्री कंगना रनौत जैसे विचारहीन, बेतुकी महिला ने स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान किया है। ऐसी महिला को पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित करना भी पुरस्कार का अपमान है।

लिहाजा उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज कर पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाए। साकीनाका पुलिस स्टेशन में नसीम खान के साथ उत्तर मध्य मुंबई जिलाध्यक्ष जगदीश अमीन, मो़ शरीफ खान, प्रभाकर जावकर, माया खोत और अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

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