एस.पी.सक्सेना/रांची (झारखंड)। नव रत्न कंपनी कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने देश में खेल के बुनियादी ढांचे को और बेहतर करने के उद्देश्य से 7 सितम्बर को नई दिल्ली में खेल विभाग, युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया।
एमओयू (MOU) पर सीआईएल (CIL) की ओर से विनय रंजन, निदेशक (कार्मिक एवं औद्योगिक संबंध) तथा युवा मामले और खेल मंत्रालय की ओर से विजय कुमार, निदेशक (खेल) एवं सदस्य सचिव ने हस्ताक्षर किए।
अनुराग सिंह ठाकुर, माननीय युवा मामले और खेल मंत्री एवं निसिथ प्रमाणिक, माननीय युवा मामले और खेल राज्य मंत्री, भारत सरकार की उपस्थिति में यह एमओयू किया गया।
इस अवसर पर डॉ. अनिल कुमार जैन, सचिव (कोयला), रवि मित्तल, सचिव (खेल), प्रमोद अग्रवाल, अध्यक्ष, सीआईएल, अतुल सिंह, संयुक्त सचिव (खेल-विकास) एवं अन्य उपस्थित थे।
समझौता ज्ञापन में सीआईएल द्वारा अपने निगमित सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) कार्यक्रम के तहत राष्ट्रीय खेल विकास कोष (एनएसडीएफ) की ओर से 75 करोड़ रुपये का योगदान दिया जायेगा। इस राशि का उपयोग खिलाड़ियों के लिए बने तीन अत्याधुनिक छात्रावासों के निर्माण के लिए किया जाएगा।
वर्तमान में ओलंपिक और पैरालिंपिक के क्षेत्र में मिली सफलता को देखते हुये इस पहल को महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है। विदित हो कि भारत का खेल के क्षेत्र में ओलंपिक एवं पैरालंपीक में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।
कुल 350 खिलाड़ियों की संयुक्त क्षमता के साथ इन छात्रावासों का निर्माण लक्ष्मीबाई नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ फिजिकल एजुकेशन (एलएनआईपीई) ग्वालियर, भारतीय खेल प्राधिकरण (एसएआई) एवं भोपाल और बेंगलुरु के सेन्टर में किया जाएगा। इन सेन्टरों में राष्ट्रीय स्तर के प्रशिक्षकों द्वारा प्रतिभावान खिलाडि़यों को खेल सुविधाओं के साथ प्रशिक्षण दिया जायेगा।
इससे निश्चय ही प्रतिभाशाली एथलीट्स सीधे लाभान्वित होंगे। यह परियोजना वर्ष 2023 तक पूरी हो जाएगी। जिसके लिए सीआईएल पहले ही 25 करोड़ रुपये की राशि जारी कर चुकी है। सीआईएल का यह पहल भारत सरकार की “खेलो इंडिया” योजना के उद्देश्य को भी सार्थक करता है।
ज्ञात हो कि सीआईएल अपने सीएसआर गतिविधियों में वार्षिक 500 करोड़ रुपये से अधिक खर्च करता रहा है। सीआईएल और उसकी सहायक कंपनियों ने खेल प्रोत्साहन के क्षेत्रों में कुछ उच्च प्रभाव वाली परियोजनाएं शुरू की है।
उनमें से झारखंड सरकार एवं सीसीएल की संयुक्त पहल से संचालित खेल अकादमी रांची स्थित झारखंड स्टेट स्पोटर्स प्रमोशन सोसाईटी (जेएसएसपीएस) उल्लेखनीय उदाहरण है।
जिसको सालाना 10 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता की जाती है। साथ ही मल्टी पर्पस स्पोटर्स कॉम्पलेक्स, संम्बलपुर ओडिसा को 25 करोड़ रूपये एवं झाड़सुगुडा ओडिशा में 10,000 क्षमता वाला स्टेडियम के लिए 23 करोड़ रूपये की सहायता भी उल्लेखनीय है।
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