एस.पी.सक्सेना/रांची(झारखंड)। रांची नगरनिगम की महापौर आशा लकड़ा ने राजधानी रांची सहित आसपास के क्षेत्र में बढ़ते अपराध, महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार एवं सुखदेव नगर थाना के वायरल ऑडियो क्लिप पर आपत्ति जताते हुए 8 जनवरी को राज्य के मुख्य सचिव व डीजीपी को ज्ञापन सौंप संबंधित थाना प्रभारी पर कार्रवाई करने की मांग की है। मुख्य सचिव ने मेयर को आश्वस्त करते हुए कहा कि इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई के लिए डीजीपी को निर्देश दिया जाएगा। इधर, डीजीपी एमवी राव को ज्ञापन सौंप मेयर लकड़ा ने ऑडियो क्लिप को आधार बनाते हुए संबंधित पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई करने की मांग की। डीजीपी (DGP) ने महापौर को आश्वस्त करते हुए कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी ने मूर्खतापूर्ण बात की है। वे अपनी पुलिस टीम (Police Team) के साथ हमेशा खड़े हैं। मेयर ने उनसे यह भी कहा कि संबंधित पुलिस अधिकारी ने ऑडियो क्लिप में कहा है कि उन्होंने 50 लोगों को मारा है। मेयर के इस दावे पर डीजीपी ने कहा कि आप ही बताइए कि वे 50 लोग कौन हैं, जिन्हें संबंधित पुलिस अधिकारी ने मारा है। मेयर कहीं कि यह पुलिस प्रशासन का काम है पता लगाने कि कौन लोग हैं।
उन्होंने मुख्य सचिव को सौंपे गए ज्ञापन की प्रतिलिपि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren), डीजीपी एमवी राव व एसएसपी रांची को भी दिया है। मेयर ने कहा कि वायरल ऑडियो क्लिप भैरव सिंह के परिजन शक्ति रामायण सिंह ने उपलब्ध कराया है। उन्होंने कहा कि पत्र के माध्यम से शक्ति रामायण सिंह व उनके परिजनों ने कहा है कि सुखदेव नगर थाना प्रभारी सुनिल कुमार तिवारी ने बीते 6 जनवरी की रात लगभग 9:06 बजे मोबाइल नंबर – 8210861784 पर फ़ोन कर कहा कि उन्होंने एक दो नहीं, बल्कि 50 लोगों को मारा है। भैरव सिंह की लाश गिराने की बात भी उन्होंने कही है। सुखदेव नगर थाना प्रभारी की इस धमकी के बाद भैरव सिंह का पूरा परिवार दहशत में है। पुलिस अधिकारी की इस धमकी के बाद भैरव सिंह ने अपनी सुरक्षा व न्याय के लिए कोर्ट में आत्मसमर्पण किया, ताकि जेल की चारदीवारी के बीच वे सुरक्षित रहें और उन्हें न्याय मिल सके। मेयर ने कहा कि डीजीपी अपने विभागीय अधिकारियों को बचाने में लगे हैं। यदि एक पुलिस अधिकारी आम लोगों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करें तो वह अधिकारी की मूर्खता है और जब कोई आम आदमी किसी पुलिस पदाधिकारी के साथ अभद्र व्यवहार करें तो वह अपराधी घोषित कर दिया जाता है। मेयर ने कहा कि डीजीपी यह सुनिश्चित करें कि भविष्य में किसी युवती या महिला के साथ इस प्रकार का जघन्य अपराध नहीं होगा। इस घटना के दोषियों की गिरफ्तारी अब तक नहीं होने से राज्य की युवतियां व महिलाएं स्वयं को असुरक्षित महसूस कर रही हैं।
मेयर आशा लकड़ा ने निम्नलिखित बिंदुओं पर मुख्य सचिव का ध्यान आकृष्ट कर इस मामले में सुखदेव नगर थाना प्रभारी पर उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
– पिछले दिनों भारत माता चौक के समीप हुई घटना के बाद शहर की पुलिस आम लोगों के साथ अभद्र व्यवहार कर रही है। बीते 7 जनवरी को सोशल मीडिया पर जारी ऑडियो क्लिप से यह स्पष्ट हो चुका है कि राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस प्रशासन भी हिन्दू धर्मावलंबियों के विरोध में कार्य कर रही है। जब आम लोगों की रक्षा करने वाली पुलिस ही इस प्रकार की भाषा का प्रयोग करेगी तो आम जनता अपना फरियाद लेकर किसके पास जाएगी। जारी ऑडियो क्लिप से पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर कई गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
– क्या किसी थाना प्रभारी को यह अधिकार है कि है कि वे किसी व्यक्ति को उसके धर्म के प्रति अपशब्द का प्रयोग कर उसे ज़लील करें। (ऑडियो क्लिप में किसी पुलिस पदाधिकारी ने कहा है कि भैरव सिंह की हिन्दुगिरी भूला देंगे) इसके अलावा पुलिस पदाधिकारी का यह कथन कि भैरव सिंह की लाश गिरा देंगे, कितना उचित है? क्या पुलिस पदाधिकारी को सत्यता की जांच किए बिना किसी को मारने या जान लेने का अधिकार दिया गया है ?
– एक पुलिस पदाधिकारी का यह कहना कि उन्होंने 50 लोगों को मारा है। क्या पुलिस को बेवजह किसी को मारने का अधिकार है?
– हम सभी जानना चाहतें है कि जिन 50 लोगों को संबंधित पुलिस पदाधिकारी ने मारने का दावा किया है, वे कौन हैं ?
– भारत माता चौक पर पिछले दिनों हुई घटना में कई ऐसे लोगों का नाम दर्ज किया गया है जो मौके पर मौजूद नहीं थे। वेसे लोगों पर की गई प्राथमिकी वापस ली जाए। तथा,
-सुखदेव नगर थाना प्रभारी पर लगाए गए आरोप व संबंधित ऑडियो क्लिप की जांच कर संबंधित पुलिस अधिकारी पर उचित कार्रवाई की जाए, ताकि पुलिस की स्वच्छ व लिप्सा रहित आचरण पर आम लोगों का विश्वास बना रहे।
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