एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला उपायुक्त के निर्देश पर जिला के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को अब नये तरीके से शिक्षा दिया जाएगा। इसके लिए जिला मुख्यालय द्वारा कई प्रकार के आकर्षक पुस्तकों को आंगनबाड़ी सेविकाओं को दी जायेगी।
उक्त जानकारी बेरमो के बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) गीता सोए ने 3 मार्च को अपने कार्यालय कक्ष में दी। उन्होंने बताया कि आंगनबाड़ी केंद्रों में नयी पद्धति की शिक्षा कार्यक्रम को लेकर जिला स्तर पर सेविकाओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जा रहा है। सीडीपीओ सोय ने बताया कि पूर्व में आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले छोटे-छोटे बच्चों के पोषण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा था, लेकिन इस परिपाटी में और विस्तार करते हुए नए पाठ्य पुस्तक को आकर्षक रूप से प्रस्तुत कर बच्चों को शिक्षित करने का भी प्रयास किया जाएगा।
जिसमें हमारे शरीर के अंगो, खान-पान के तौर तरीकों के अलावा दैनिक कार्य प्रणाली, सड़क सुरक्षा, पौष्टिक सब्जियां, फलों का उपयोग, जलोपयोगी वस्तु, पशु, पक्षी, फूलों के अलावा खेलकूद तथा गणितीय प्रणाली से बच्चों को शिक्षित करने का प्रयास किया जाएगा, ताकि बच्चे आगे चलकर स्कूली शिक्षा को बेहतर ढंग से जान एवं समझ सके।
सीडीपीओ सोए ने बताया कि बच्चों को शिक्षित करने के क्रम में देश के प्रमुख धरोहरों, प्रमुख नदियों, जल,प्रपातों, डैम आदि के बारे में भी जानकारी दी जाएगी। मौके पर कार्यालय कर्मी गौरव सिन्हा, मीना देवी आदि उपस्थित थे। खास यह कि उक्त शिक्षा प्रणाली में झारखंड के मात्र दो नदियों यथा स्वर्णरेखा तथा कोयल नदी के बारे में बताया गया है, जबकि झारखंड में इसके अलावे भी प्रमुख नदी दामोदर, कोनार, बोकारो नदी आदि है, जिसका जिक्र तक नहीं है।
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