प्रहरी संवाददाता/बगोदर(गिरिडीह)। गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जिले के 17 मजदूरों के दुबई में फंसने का मामला प्रकाश में आया है। इन मजदूरों में गिरिडीह जिले (Giridih district) के बगोदर प्रखंड निवासी तापेश्वर महतो (Tapeshwar Mahato), श्यामलाल महतो, कोकील महतो, भीम महतो, हीरालाल महतो, डुमरी थाना क्षेत्र निवासी लीलो महतो, सरिया थाना क्षेत्र निवासी बंधन महतो, युगल महतो, जितेन्द्र हांसदा, संजय महतो, विनोद महतो, हजारीबाग जिला के हद में बिष्णुगढ थाना क्षेत्र निवासी तालेश्वर, मोहन महतो तथा बोकारो जिला के हद में पेंक थाना क्षेत्र निवासी सुरेश महतो, सेवा महतो, चतरो चट्टी थाना क्षेत्र निवासी भुनेश्वर तुरी, जयनाथ महतो शामिल हैं। जबकि दो मजदूर बिहार से है।
जानकारी के अनुसार इन सभी मज़दूरों को पिछले पांच माह से दुबई में काम के बदले वेतन तक नहीं दिया गया है। वहां फंसे मज़दूरों ने सोशल मीडिया के माध्यम से वतन वापसी की गुहार लगाई है। फंसे मजदूरों के सूचना के मुताबिक सभी मजदूरों को मात्र एक समय का खाना दिया जा रहा है। काम के बदले न तो पैसा दिया जा रहा हैं न ही उन्हें वापस घर भेजने का कोई उपाय बताया जा रहा हैं। वे वतन वापस आना चाह रहे हैं, लेकिन उनके पास ना तो पैसे है ना ही वतन वापसी के कोई उपाय। जिसके कारण वे वहां फंस गए हैं। इस क्षेत्र के लिए यह कोई पहला मामला नही है। पूर्व में भी ऐसे कई मामले सामने आए चुके हैं, जिसमें दलाल द्वारा मजदूरों को ज्यादा रुपए कमाने का लालच देकर विदेश भेजे जाते रहे हैं और वे विदेश जाकर फंस जाते हैं। आलम यह है कि यहाँ रोजगार के लिए साधन तो हैं लेकिन अच्छी कमाई नही होती हैं इसलिए अच्छी कमाई के लिए यहाँ के मजदुर सात समन्दर पार जाकर मजदुरी करने जाते हैं।
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