प्रहरी संवाददाता/सोनपुर (सारण)। हरिहर क्षेत्र की पवित्र भूमि गंगा-गंडक संगम तीर्थ सारण जिला के हद में सोनपुर के सबलपुर में विराट महाविष्णु यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत 11 नवंबर को यज्ञ स्थल पर स्थापित सभी 51 वैष्णव देव-देवियों की मूर्तियों को संगम के जल में विसर्जित कर दिया गया।
इस दौरान विसर्जन जुलूस में जय श्रीराम का लगातार उदघोष होता रहा। भजन-कीर्तन के कैसेट पर जुलूस में शामिल युवा थिरकते देखे गए।
जानकारी के अनुसार यज्ञ स्थल परिसर से दर्जनाधिक ट्रैक्टरों पर मूर्तियों को रखकर श्रद्धालू गण जुलूस के शक्ल में मूर्ति विसर्जन जुलूस बभनटोली के रामजीनिश चौक होते हुए शहीद रामवृक्ष पुस्तकालय पहुंचा। यहां से दक्खिनवारी पट्टी होते हुए सबलपुर मध्यवर्ती पंचायत भवन एवं शहीद राम वृक्ष ब्रह्मचारी की प्रतिमा स्थल आया।
फिर उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय सबलपुर पूर्वी होते हुए शांति धाम योगिराज गोरखाईनाथ संगमेश्वर महादेव मंदिर। इसके बाद जुलूस कुम्हार टोली, भगवती स्थान के रास्ते सबलपुर कचहरी बाजार के बाद बाजार से सीधे पछियारी टोला संगम कुमार घाट पर सभी देव मूर्तियों को ट्रैक्टरों से उतार कर विसर्जित किया गया। यहां भगवान के सभी प्रमुख अवतारों की मूर्तियां समेत कुल 51 मूर्तियां विसर्जित की गई।
विसर्जन जुलूस के साथ चल रहे भक्तगण ‘जय जय श्रीराम’ के उदघोष कर रहे थे। जुलूस का नेतृत्व यज्ञ समिति के सक्रिय कार्यकर्ता उप मुखिया सतीश सिंह, मुकेश शर्मा, अविनाश शर्मा, उमा राय, रघुवंश शर्मा, अनुपम कुमार चंदन कर रहे थे।
साथ ही विसर्जन जुलूस मे विमलेंदु शेखर, अवनीश शर्मा, रजनीश कुमार ‘छोटन’, अजीत कुमार, अविनाश तिवारी, मिक्कू शर्मा, शंटू शर्मा, यशवर्द्धन शर्मा, विकास राय, मनोज राय, घुंघरु बाबा, तारकेश्वर राय, रामशंकर पंडित, विजय कुमार शर्मा एवं अवध किशोर शर्मा की भी भागीदारी रही।
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