कोल इंडिया में तय मानक से कम माइनिग सरदार व ओवरमैन है-तिवारी

एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में सीसीएल ढ़ोरी क्षेत्र के चपरी रेस्ट हाउस मे 17 जुलाई को माइनिग सरदार और ओवरमैन के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। यहां ढ़ोरी जीएम मनोज कुमार अग्रवाल ने पूर्व महाप्रबंधक वाई तिवारी को बुके देकर स्वागत किया।

इस अवसर पर पूर्व महाप्रबंधक (सेफ्टी) वाई तिवारी ने कहा कि खान सुरक्षा महानिदेशालय धनबाद ने कोयला समेत सभी धात्विक खदानों में खनन के दौरान माइनिग सरदार और ओवरमैन की संख्या निर्धारित कर रखी है। इन दो पदों की कमी से सुरक्षित खनन खतरे में पड़ सकता है। पूर्व महाप्रबंधक तिवारी ने माइनिंग सरदार, ओवरमैन और सेकंड क्लास परीक्षा पास करने के बारे मे बताया।

उन्होंने डीजीएमएस के रेगुलेशन की जानकारी दी। तिवारी ने बताया कि ताजा आंकड़े बताते हैं कि सीसीएल समेत कोल इंडिया की कोई भी अनुषंगी कंपनी इन मानकों पर खरा नहीं उतर रही है। इस अवसर पर उपस्थित ओवरमैन और माइनिग सरदार ने कोल इंडिया की ओर से गैर-अधिकारी से अधिकारी संवर्ग में पदोन्नति के कैडर स्कीम में संशोधन करने पर रोष प्रकट किया।

कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन माइनिंग सरदार एवं ओवरमैन को अधिकारी संवर्ग में पदोन्नति के विषय पर गहरी साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया प्रबंधन ने माइनिंग सुपरवाइजर्स को गैर-अधिकारी से अधिकारी वर्ग में पदोन्नति पर जिस तरह का कैडर पॉलिसी का सारांश वर्णित कर लागू करने का विचार कर रही है।

कहा कि अगर प्रबंधन यह पॉलिसी पारित कर देती है तो माइनिंग सुपरवाइजर को अधिकारी वर्ग में पदोन्नति ना के बराबर होगी।
कहा गया कि नन टेक्निकल एवम् टेक्निकल माइनिंग सुपरवाइजर को पूर्व में बिना सेकंड क्लास सर्टिफिकेट के भी अधिकारी बनने का मौका मिलता था।

इस अवसर पर ढोरी क्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक कार्मिक एवं प्रशासन प्रतुल कुमार, क्षेत्रीय सुरक्षा पदाधिकारी सीताराम उइके सहित ओवरमैन और माइनिंग सुपरवाइजर पवन सिंह, जयराम सिंह, हीरालाल रविदास, तुलसी महतो, शशांक शेखर, विकास दास, नरेश महतो आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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