विष्णुगढ़ वासियों ने सीएम का पुतला फुंका

धीरज शर्मा/विष्णुगढ़ (हजारीबाग)। विष्णुगढ़ प्रखंड (Vishnu garh block) वासियों के द्वारा झारखंड की क्षेत्रीय भाषाओं की सूची में भोजपुरी, मगही को शामिल किये जाने के विरोध में 22 जनवरी को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पुतला दहन किया गया। पुतला दहन विष्णुगढ़ मुख्य चौक पर किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित लोगों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन (Chief minister Hemant Soren) का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि झारखंड में भोजपुरी, मगही और अंगिका को क्षेत्रीय भाषा के रूप में घोषित करना झारखंडी भाषाओं के साथ अपमान और धोखा है।

क्योंकि हमारे पूर्वजों ने इस उद्देश्य से अलग झारखंड की मांग की थी, ताकि यहां की मूल भाषा संस्कृति और जमीन को सुरक्षित और संरक्षित रखा जा सके। वहीं दूसरी ओर आज यही मूल भावना को हेमंत सोरेन ने दरकिनार करते हुए मूल भावनाओं को ही खत्म कर दिया है।

हेमंत सोरेन सरकार बाहर से आए लोगों को झारखंड (Government) में बसाने का प्रयास कर रही है। हेमंत सोरेन चुनाव पूर्व झारखंडी जनता से यह वादा के साथ आई थी कि उनकी सरकार अगर बनती है तो यहां की मूल संस्कृति, सभ्यता और भाषा को प्राथमिकता दी जाएगी।

1932 का खतियान लागू कर यहां के मूल बाशिंदों को पूरी तरह से अधिकार दिया जाएगा, लेकिन अब सरकार अपने वादों से मुखरते हुए ना हीं भाषा, सभ्यता, संस्कृति को झारखंड में जगह दिया, ना ही 1932 का खतियान लागू कर पाया।

और ना ही युवाओं को 5 लाख नौकरियां दी गई। इसी प्रकार युवाओं ने मुख्यमंत्री पर झारखंड मूल भावना के साथ खिलवाड़ करने का और बाहरी लोगों को झारखंड में बसाने का आरोप लगाया।

मौके पर जिला परिषद सदस्य जय प्रकाश सिंह पटेल, भाजयुमो प्रदेश कार्यसमिति सदस्य संतोष कुमार महतो, भाजपा ओबीसी मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष प्रेमचन्द महतो, भाजपा मंडल कोषाध्यक्ष गुलाब शंकर महतो, हिरामन महतो, महेंद्र राम, किशुन महतो, आदि।

कुसुंभा मुखिया दामोदर महतो, जिला परिषद प्रतिनिधि बालेश्वर महतो, महेंद्र राम, भाजयुमो मंडल महामंत्री महेंद्र कुमार, महादेव महतो, तुलसी पटेल, गंगाधर महतो, सिकंदर कुमार सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

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