प्रहरी संवाददाता/बोकारो। सेवा भारती बोकारो महानगर द्वारा शिक्षक दिवस सह सम्मान समारोह का आयोजन बीते 5 सितंबर को संघ कार्यालय सेक्टर-2/ए सभागार में हर्षोल्लास के साथ आयोजित किया गया। उक्त जानकारी सेवा भारती बोकारो महानगर सचिव राम वचन सिंह ने दी।
उन्होंने बताया कि इस समारोह में सेवा भारती द्वारा चलाये जा रहे 19 बाल संस्कार केन्द्रों की शिक्षिकाएँ, 3 सिलाई प्रशिक्षण केन्द्रों की प्रशिक्षिकाएँ, निरीक्षक एवं निरीक्षिकाएँ, आयाम प्रमुख, समिति के सदस्य सम्मिलित हुए।
समारोह का उद्घघाटन सेवा भारती के उपाध्यक्ष अर्जुन देव तनेजा व प्रांतीय संगठन मंत्री जितेन्द्र कुमार द्वारा भारत माता एवं डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के चित्र के समक्ष वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन कर किया गया।
इस अवसर पर शिक्षिकाओं एवं अन्य सभी कार्यकर्ताओं द्वारा ब्रह्म नाद, गायत्री मंत्र एवं सरस्वती वन्दना प्रस्तुत किया गया।
मंच संचालन करते हुए सेवा भारती के शिक्षा आयाम प्रमुख ने समारोह में आये सभी अतिथियों का स्वागत तथा परिचय कराते हुए शिक्षक दिवस की महत्ता का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि एक शिक्षक ही देश के लिए संस्कारवान नागरिक बनाता है। देश के नव-निर्माण में शिक्षक समुदाय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है।
शिक्षक दिवस पर अपना विचार व्यक्त करते हुए सेवा भारती के उपाध्यक्ष अर्जुन देव तनेजा ने कहा कि भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को ही शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। राधाकृष्णन ने शिक्षा के क्षेत्र में अद्वितीय व उल्लेखनीय कार्य किया है।
मौके पर सेवा भारती प्रदेश संगठन मंत्री जितेन्द्र कुमार ने शिक्षक दिवस पर बाल संस्कार केन्द्र व सिलाई प्रशिक्षण केन्द्रों की शिक्षिकाओं- प्रशिक्षिकाओं को कर्त्तव्य-बोध कराते हुए कहा कि हम सब सेवा बस्तियों के बच्चों को संस्कारित शिक्षा व व्यवहारिक ज्ञान देने का महत्वपूर्ण दायित्व के साथ कार्य कर रहे हैं।
हम सब अपने आचरण से ही अच्छे संस्कार देते हैं। उन्होंने कहा कि बच्चों के बालपन में हीं संस्कारों का बीजारोपण करने की जिम्मेवारी विशेष रूप से शिक्षक की है। आज के दिन डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जीवन आदर्शों पर चलने का संकल्प लेकर शिक्षा विभाग से जुड़े लोगों को निरन्तर कार्य करना है।
विशेष आमंत्रित सदस्य ज्ञानेन्द्र सिंह, संजीव कुमार एवं अरुण कुमार सिन्हा ने अपने – अपने महत्वपूर्ण विचारों को व्यक्त किया। अंत में इस पावन दिवस पर सेवा प्रकल्प से जुड़े सभी कार्यकर्त्ताओं को संस्था की ओर से डॉयरी, कलम और मिष्ठान्न देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सफल बनाने में आयाम प्रमुख मीना देवी, शिव शंकर प्रसाद, शैल देवी, निरीक्षक कृष्णा कुमार व शनि कुमार, निरीक्षिका शुभावती देवी व रेखा देवी, सिलाई प्रशिक्षिका पूनम देवी व नमिता देवी एवं शिक्षिकाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा। धन्यवाद ज्ञापन शिवशंकर प्रसाद ने किया।
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