बेमियादी चक्का जाम आंदोलन को लेकर विस्थापित व् प्रबंधन के बीच वार्ता

विस्थापितों को मिलेगा वाजिब अधिकार-महाप्रबंधक

एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। विस्थापित संघर्ष समन्वय समिति द्वारा घोषित आगामी 20 फरवरी से बेरमो कोयलांचल में बेमियादी चक्का जाम आंदोलन के मद्देनजर 15 फरवरी को वार्ता किया गया। उक्त वार्ता बोकारो जिला के हद में फुसरो-डुमरी पथ पर सीसीएल ढोरी क्षेत्र के चपरी गेस्टहाउस में आयोजित किया गया। वार्ता में दर्जनों विस्थापित व् महाप्रबंधक सहित अन्य अधिकारीगण शामिल थे।

जानकारी के अनुसार विस्थापितों तथा क्षेत्रीय प्रबंधन के बीच संपन्न वार्ता सौहाद्रपूर्ण वातावरण में हुआ। इस अवसर पर क्षेत्र के महाप्रबंधक एम. के अग्रवाल ने ढोरी एरिया में आगामी 20 फरवरी से आहूत चक्का जाम आंदोलन वापस लेने का आग्रह किया। जवाब में विस्थापित नेताओं नें कहा कि 16 फरवरी को बैठक कर इस प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा।

वार्ता में समिति के अध्यक्ष लखनलाल महतो, महासचिव काशीनाथ केवट, कार्यकारी अध्यक्ष काशीनाथ सिंह ने पिछरी कोलियरी के विस्थापितों को अविलंब नौकरी व् मुआवजा देकर कोलियरी चालू करने को कहा। महाप्रबंधक अग्रवाल ने कहा कि रैयतों की जमीन का सत्यापन कराने में देरी हो रही है। क्षेत्रीय प्रबंधन रैयतों को सत्यापन कराने में पूरा सहयोग करेगा। जैसे ही रैयतों की जमीन का सत्यापन हो जाता है, वैसे ही नौकरी और मुआवजा देने का कार्य प्रबंधन तत्परता से करेगी।

इस अवसर पर जीएम अग्रवाल ने कहा कि पहले चरण में 458 एकड़ जमीन पर कोलियरी का कार्य करना चाहते हैं। फिर जैसे-जैसे जमीन का सत्यापन पूरा होता जाएगा, कोलियरी का विस्तार किया जाएगा। नेताओं ने आरएफसीटी एलएंडआरआर एक्ट के तहत वर्तमान बाजार दर का चार गुणा दर पर मुआवजा भुगतान करने की माँग उठाई।

महाप्रबंधक ने कहा कि उक्त कानून के मुताबिक ही मुआवजा का भुगतान किया जाएगा। सीएसआर के तहत गांवों का सम्पूर्ण विकास करने का सवाल नेताओं ने उठाया। बैठक में उपस्थित अधिकारियों ने कहा कि 25 किलोमीटर की परिधि में पड़नेवाले गांवों का विकास किया जाएगा।

बैठक में निर्णय लिया गया कि पिछरी पंचायत में पंचायत भवन के समीप एक विवाह भवन एवं हथिया पत्थर मेला स्थल में एक सामुदायिक भवन बनाया जाएगा। एक सप्ताह के भीतर पाँच सौ सोलर लालटेन विस्थापितों व ग्रामीणों के बीच सीसीएल वितरण करेगा। इसके अलावे अक्टूबर माह तक पिछरी में 15 स्थानों पर सोलर लाईट लगाया जायेगा।

साथ ही इसी साल के जून माह में महिलाओं के समूह को प्रशिक्षण देकर मशरूम एवं सिलाई कढ़ाई का प्रशिक्षण देकर स्वनियोजन दिया जाएगा। बेरोजगारों को भी कौशल प्रशिक्षण देकर रोजगार देने का फैसला लिया गया। पिछरी के गाय पलकों को 20 गायों का डेयरी फोरम खोलकर दिया जाएगा।

निर्णय हुआ कि कारीपानी, तुरियो एवं तारमी में चार बोरवेल तथा उसमें मोटर लगाकर पानी ग्रामीणों को सप्लाई किया जाएगा। इस प्रकार शुद्ध पेयजल इन गांवों के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। बंद अंगवाली कोलियरी को चालू करने पर भी बातें हुई।

वार्ता में एसओपी प्रतुल कुमार, डी सी रॉय, पीओ पिछरी, डीएस प्रसाद, रेवेन्यू ऑफिसर स्वदेस कुमार, पीओ शैलेश कुमार, रंजन कुमार, डिप्टी मैनेजर बैजनाथ कुमार, जबकि विस्थापित धनेश्वर महतो, लालमोहन यादव, चंदन राम, त्रिलोकी सिंह, राजेश गुप्ता, बबीता देवी, कजली देवी, काली सिंह, जहाँगीर, लालमोहन महतो, गोपाल मल्लाह, रामसेवक महतो, सरयू मल्लाह, चिंतामणी मल्लाह, रोहन यादव आदि शामिल थे।

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