आदिवासी दान से नहीं, स्वाभिमान से जीना चाहता है-सुदेश

अखिल झारखंड अनुसूचित जनजाति महासभा का जिला सम्मेलन संपन्न

एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। आजसू पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष सुदेश कुमार महतो ने कहा कि आदिवासी दान से नहीं, स्वाभिमान से जीना चाहता है। जल, जंगल, जमीन की दुहाई देने वालों के शासन में सरकारी संरक्षण में संपदाओं का दोहन जारी है।

उन्होंने कहा कि सरकार ने जनजातीय समुदाय के राजनीतिक हैसियत सामाजिक तथा आर्थिक रुप से कमजोर कर दिया। विकास के सभी मानकों में पीछे कर दिया। जनजातीय विकास की बातें सरकारी फाइलों और इश्तेहारों तक सीमित है।

बोकारो जिला के हद में बेरमो में आजसू पार्टी द्वारा 27 अप्रैल को आयोजित अखिल झारखंड अनुसूचित जनजाति महासभा के जिला सम्मेलन में आजसू सुप्रीमो सुदेश कुमार महतो ने आदिवासियों मूलवासियों की सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक और शैक्षणिक स्थिति पर विस्तार से चर्चा करते हुए सबसे ज्यादा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर हमला बोला।

कहा कि वन क्षेत्र अधिकार कानून के बावजूद आदिवासियों को वाजिब हक नहीं मिल रहा है। राज्य के मुखिया को वनाधिकार कानून को हमारे राज्य में लागू करने की हिम्मत नहीं। प्रतिदिन संपदाओं की लूट जारी है। ग्राम सभा और स्वशासन व्यवस्था की अहमियत को कम किया जा रहा है। वोट की खातिर आदिवासी समाज की क्षमता को कमजोर किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि सरकार जनजातियों की दशा और दिशा सुधार नहीं सकी। जनजातीय परिवार तक आजीविका और रोजगार कैसे पहुंचे, इसे लेकर सरकार ने कभी गंभीरता नहीं दिखाया, ना ही कोई रोडमैप तैयार किया। उन्होंने कहा कि हम और हमारी पार्टी ग्राम सभा, गांव की सरकार पर जोर देती रही है।

आदिवासी समाज भी इसका प्रबल पैरोकार है। लेकिन झारखंड में पंरपरागत शासन व्यवस्था को छिन्न-भिन्न करने की कोशिशें जारी हैं। सरकारी तंत्र इस समाज की भावना को समझ नहीं पाता। इसकी वजह है कि तंत्र गांव से दूर है और जन की आवाज तंत्र तक पहुंच नहीं पाती। उन्होंने कहा कि झारखंड में पलायन, विस्थापन जैसी समस्या बड़ी है। हिस्सेदारी का संकट है। खनिज का दोहन जनभावना के विपरीत है।

गिरिडीह सासंद ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार अनुसूचित जनजाति को छलने व ठगने का काम किया है। कहा कि झारखंड में झूठ और लूट की बुनियाद पर टिकी सरकार है। इसने झूठे वादे और सपने दिखाकर जनादेश तो लिया, लेकिन सत्ता मिलते ही झारखंडियों के साथ विश्वासघात कर दिया।

जनादेश का अपमान करना शुरू कर दिया। आलम ये है कि तीन वर्षों के कार्यकाल में ये अपने वादों, अपने मेनिफेस्टो के अनुसार एक कदम भी नहीं चले। युवा, महिलाएं, अनुबंधकर्मी अपना हक मांगने के लिए सड़कों पर उतरते हैं, तो सरकार उन पर लाठियां बरसाती है।

गोमियां विधायक ने कहा कि जब से झारखंड में झामुमो गठबंधन की सरकार बनी है, साथ ही हेमंत सोरेन इनके मुखिया बने हैं। तब से झारखंड में लूट व भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर देखा जा रहा है। आलम यह है कि किसी भी कार्यालय में बगैर चढ़ावा का कोई काम नहीं होता है। उन्होंने कहा कि राज्य में गरीब परेशान हैं।

उचित लाभुक को आवास व पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। ऐसे में जनता इस सरकार से उम्मीद ही क्या कर सकती है। कार्यक्रम को प्रवक्ता देवशरण भगत, पूर्व विधायक उमाकांत रजक, बेरमो विधानसभा प्रभारी काशीनाथ सिंह, अनूप मुर्मू, राजकुमार मरांडी आदि ने भी संबोधित किया।

धन्यवाद ज्ञापन नवीन महतो ने किया। इस अवसर पर यशोदा देवी, बबीता देवी, सचिन महतो, संतोष महतो, टिकैत महतो, दीपक महतो, महेंद्र चौधरी, सुरेश महतो, महेश देशमुख, विरू हरी, विनोद महतो आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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