रोटरी क्लब ऑफ चाणक्या के सौजन्य से छह जरूरतमंदो का मोतियाबिंद ऑपरेशन

फिरोज आलम/जैनामोड़ (बोकारो)। सामाजिक संगठन रोटरी क्लब ऑफ चाणक्या के सौजन्य से बिहार की राजधानी पटना स्थित पाटिलपुत्रा स्थित क्लिीनीक में छह जरूरतमंदो का मोतियाबिंद का सफल ऑपरेशन किया गया।

जानकारी के अनुसार बीते दिनों रोटेरियन डॉ सुधांशु बंका के पाटिलपुत्रा स्थित क्लिीनीक में नि:शुल्क नेत्र जांच शिविर लगाया गया था। शिविर में रोटेरियन डॉ बंका द्वारा छह मरीजों का मोतियाबिंद का जांच एवं नि:शुल्क ऑपरेशन किया गया।

कार्यक्रम का संयोजन समाजसेविका और रोटेरियन डॉ नम्रता आनंद ने किया। डॉ नम्रता ने इस नेक पहल के लिये डॉ बंका, रोटरी क्लब ऑफ चाणक्या की अध्यक्ष मोनी त्रिपाठी, पूर्व अध्यक्ष अर्चना जैन का आभार व्यक्त किया।

इस अवसर पर रोटेरियन डॉ नम्रता आनंद ने बताया कि रोटरी चाणक्या के सौजन्य से वर्ष भर विभिन्न प्रकार की सामाजिक और परोपकार की गतिविधियां की जाती रही है। इनमें नि:शुल्क मेडिकल कैंप, रक्तदान शिविर, पौधा रोपण, जरूरतमंदों के लिए भोजन, कपड़े एवं बच्चों को शिक्षा के लिए सहायता देना प्रमुख हैं।

उन्होंने बताया कि रोटरी क्लब ऑफ चाणक्या समय-समय पर सामाजिक हित के इन कार्यों में अपनी भागीदारी करता रहता है। आगे भी मानव सेवा के इन कार्यों में अग्रणी रहेगा।

क्लब की अध्यक्षा मोनी त्रिपाठी ने कहा कि रोटरी चाणक्या समय-समय पर नेत्र जांच शिविर लगाता रहा है। उन्होंने कहा कि रोटरी चाणक्या के सारे सदस्य लगातार जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं। जिस मरीज को चश्मे की जरूरत है या दवाइयों की जरूरत है। उन्हें निशुल्क उपलब्ध कराई गई। परीक्षण के बाद उन्हें चश्मा दिया गया।

क्लब की पूर्व अध्यक्ष अर्चना जैन ने बताया कि रोटरी चाणक्या के सभी सदस्यों के अंदर मानवता भरी है। जिस कारण वे सभी की सेवा के लिये सदैव तत्पर रहते हैं। उन्होंने कहा कि हर सामर्थ्‍यवान को इस दिशा में आगे आने की जरूरत है।

रोटेरियन डॉ बंका ने बताया कि रोटरी चाणक्या नि:स्वार्थ भाव से जरूरतमंदों की सेवा में तत्पर है। इसके सभी सदस्य अपने-अपने सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों की सेवा करते हैं। रोटरी चाणक्य के सौजन्य से समय-समय पर जरूरतमंदों, वृद्धों, अनाथालय के अनाथ बच्चों, झुग्गी झोपड़ी में रहने वाले, कैंसर पीड़ितों को, दिव्यांगों की सेवा की जाती रही है।

गौरतलब है कि डॉ सुधांशु बंका पटना के एक प्रसिद्ध नेत्र सर्जन हैं। वह मोतियाबिंद, कॉर्निया और सर्जरी के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं। उन्हें 16000 से अधिक सर्जरी करने का अनुभव है। उन्हें निजी प्रैक्टिस में कॉर्नियल ट्रांसप्लांट सर्जरी करने वाले बिहार के पहले नेत्र सर्जन होने का श्रेय भी दिया जाता है। इस अवसर पर राखी, वीणा, विकास कन्डोई समेत कई गणमान्य उपस्थित थे।

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