डॉली मार्केट में खुला एसबीएमएफए की शाखा

गोमियां विधायक एवं बेरमो प्रखंड प्रमुख ने किया उद्घघाटन

एस.पी.सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में कथारा स्थित डॉली मार्केट (Dolly Market) में 18 जनवरी को समृद्ध बेस्टवीन माइक्रो फाइनेंस एसोसिएशन (एसबीएमएफए) कथारा शाखा का उद्घघाटन किया गया। उद्घघाटन गोमियां विधायक डॉ लंबोदर महतो और बेरमो प्रखंड प्रमुख गिरजा देवी ने संयुक्त रूप से विधिवत फीता काटकर किया।

कार्यालय उद्घघाटन के मौके पर विधायक (MLA) डॉ लंबोदर महतो ने कहा कि यह कंपनी यहां के लोगों की खुशहाली में सहायक बने यही वे कामना करते हैं। उपस्थित जनों द्वारा सहारा में भुगतान समस्या के संबंध में उन्होंने कहा कि सहारा में किसी का पैसा नहीं डूबेगा।

कानूनी अड़चन के कारण भुगतान में विलंब हो रहा है। बेरमो प्रखंड प्रमुख गिरजा देवी ने कहा कि उन्हें बहुत हर्ष और खुशी है कि बोकारो जिला के कथारा में फाइनेंस कंपनी का शाखा का उद्घाटन हुआ। यह बट वृक्ष की तरह बढ़े, यही हमारी शुभकामना है। आशा है कोई शिकायत ना मिले।

एसबीएमएफए के उप प्रबंध निदेशक अमरेंद्र सिंह चौधरी ने कहा कि आज बहुत खुशी का दिन है कि झारखंड का दूसरा ब्रांच का ओपनिंग बोकारो जिला के हद में कथारा में किया जा रहा है। इसके पूर्व बीते 20 माह से रांची के हटिया में ब्रांच सफलतापूर्वक कार्य कर रहा है।

उन्होंने बताया कि एसबीएमएफए (SBMFA) का मुख्य उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा गरीब गुरबा, ठेले वाले लोगों का लोन कम डॉक्यूमेंट में कराया जा सके। उन्होंने कहा कि माइक्रो फाइनेंस कंपनी (Micro Finance Company) को पीएम मोदी के कारण बढ़ावा मिल रहा है।

एसबीएमएफए के निदेशक सुरेश कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि इसका मुख्यालय राजस्थान की राजधानी जयपुर में है। उन्होंने बताया कि माइक्रो फायनेंस कंपनी बांग्लादेश में वर्ष 1956 में मोहम्मद यूनुस खान के द्वारा प्रारंभ किया गया था, जिन्हें नोबेल पुरस्कार के रुप में नवाजा गया।

माइक्रो फाइनेंस कंपनी भारत में वर्ष 1983 में आया, लेकिन उस समय यह सुसुप्त अवस्था में था। तब इसकी शुरुआत एक छोटी इकाई के तौर पर एलकेजी, यूकेजी की तरह किया गया। वर्ष 1998 आते-आते यह कंपनी जोर पकड़ी। तब तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने माइक्रो फायनेंस कंपनी को बढ़ावा दिया।

उन्होंने कहा कि यहां हमारा सोंच है कि छोटे छोटे लोगों जैसे ठेले वाले, रिक्शेवाले, पान की गुमटी, चाय का गुमटी को लोन प्रोवाइड करें। उन्होंने कहा कि माइक्रो फाइनेंस कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक की दिशा-निर्देश एमसीए के गाइडलाइन में कार्य करती हैं, जो पूरे प्राइवेट बैंक के तहत जैसा कार्य है।

उनके संस्थान का मूल उद्देश्य छोटे लोगों को रोजगार लोन के आधार पर मुहैया कराना है। उन्होंने कहा कि एसबीएमएफए फाइनेंस कंपनी का बैंकिंग आईसीआईसी बैंक से एटीएम मुहैया कराना है। वर्ष 2024-25 तक झारखंड में यह स्मॉल बैंकिंग का रूप लेगा।

यहां आयोजित उद्घघाटन कार्यक्रम का संचालन शाखा प्रबंधक अमलेंदू कुमार दास ने की, जबकि मौके पर रांची के शाखा प्रबंधक माया जयसवाल, आजसू नेता संतोष महतो, पंसस गोपाल यादव, समाजसेवी विनय प्रताप नारायण सिंह, प्रदीप यादव, आदि।

विनोद लाल महतो, सतीश वर्णवाल, नवल सिंह, अमानुल्ला हुसैन, विनोद कुमार, कुलदीप पांडेय, दिलीप कुमार, सुजीत कुमार सिन्हा, समशाद आलम, शिवाजी पांडेय, अमितेश कुमार, शेख अजमत हुसैन, संजय कुमार शर्मा, सफायत, प्रमोद कुमार आदि उपस्थित थे।

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