आइसा-इनौस की शिक्षा-रोजगार यात्रा के दौरान प्रखंड में कई जगह जनसभा

रोजगार के लिए 1 मार्च को छात्र- नौजवान करेंगे विधानसभा घेराव-मनोज मंजिल            एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। “19 लाख रोजगार- मांग रहा युवा बिहार” तथा “नये बिहार का तीन आधार-शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार” अभियान के तहत पटना (Patna) से 7 से 15 फरवरी तक निकली शिक्षा- रोजगार यात्रा मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) होते हुए 11 फरवरी को समस्तीपुर जिला के हद में पूसा के रास्ते ताजपुर पहुंचा। इस अवसर पर आइसा- इनौस के कार्यकर्ताओं के अलावे स्थानीय ग्रामीणों ने अस्पताल चौक पर ढ़ोल- नगारे बजाते हुए गर्मजोशी से यात्रा में शामिल नेताओं को माला पहनाकर स्वागत किया।

इस दौरान यात्रा में शामिल इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह भोजपुर के अगिआंव से माले विधायक मनोज मंजिल (MLA Manoj Manjil) ने उक्त स्थल पर आयोजित रोजगार सभा को संबोधित करते हुए कहा कि 19 लाख रोजगार के लिए आगामी 1 मार्च को बिहार के हजारों छात्र-नौजवान विधानसभा का घेराव करेंगे। विधान सभा चुनाव में रोजगार प्रमुख मुद्दा बना था। आश्चर्य कि नीतीश सरकार छात्र-नौजवानों को रोजगार देने के प्रति गंभीर नहीं है। मोदी सरकार द्वारा हर साल 2 करोड़ रोजगार देने का घोषणा छलावा साबित हुआ है। देश और बिहार के नौजवान सबसे ज्यादा बेरोजगारी की मार झेल रहें हैं लेकिन मोदी सरकार रोजगार देने के बदले सरकारी संसाधनों और उद्योग-धंधों को अडानी-अंबानी तथा देशी-विदेशी काॅरपोरेट घरानों के हाथों बेच रही है। कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के बाद बेरोजगारी के बढ़ते संकट को मोदी-नीतीश सरकार की नीतियों ने और भी बढ़ा दिया है। सरकार की हर घोषणा जुमलेबाजी साबित हो रही है। आत्मनिर्भर भारत का नारा नौजवानों के साथ धोखाधड़ी है।
उन्होंने आगे कहा कि अभी हमारा देश एक जुझारू किसान आंदोलन के दौर से गुजर रहा है। महीनों से लाखों-लाख किसान खेती-किसानी बचाने तथा तीनों कृषि कानूनों को रद्द कराने के लिए अभूतपूर्व आंदोलन में शामिल हैं। हम छात्र-नौजवान भी किसान आंदोलन और उनकी मांगों का समर्थन करते हैं।
रोजगार यात्रा सभा को संबोधित करते हुए नौजवान सभा के राष्ट्रीय महासचिव नीरज कुमार ने कहा कि बिहार में बेरोजगारी की दर भारत के अन्य राज्यों से भी ज्यादा है। नौकरी के नाम पर नौजवानों को संविदा, मानदेय और ठेका सिस्टम में धकेला जा रहा है। आंदोलन करने पर उन्हें इससे भी बंचित करने की धमकी नीतीश सरकार दे रही है। बड़ी संख्या में नौजवान पलायन करने को मजबूर हैं और भारी परेशानियों से जूझ रहें हैं। अब छात्र- नौजवान अपने भविष्य के लिए किसान आंदोलन की तरह आरपार की लड़ाई की तैयारी में जुट गए हैं। बिहार में जारी शिक्षा-रोजगार यात्रा और 1 मार्च को बिहार विधानसभा का घेराव रोजगार आंदोलन का मजबूत आगाज साबित होगा।
यात्रा में शामिल आइसा के राज्य सह सचिव संदीप चौधरी, आइसा प्रखंड संयोजक जीतेंद्र सहनी, मो. जावेद, इनौस जिलाध्यक्ष राम कुमार, जिला सचिव आशिफ होदा, नौशाद तौहीद, मो. एजाज, प्रभात रंजन गुप्ता, मो. अबुबकर, प्रभाष कुमार पंकज, बासुदेव राय, शंकर सिंह, ब्रहमदेव प्रसाद सिंह, मनोज कुमार, भाकपा माले प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह सहित अन्य छात्र-नौजवान कार्यकर्ताओं ने संबोधित किया। सभा समाप्ति के बाद मोटरसाइकिल जुलूस यात्रा की अगुवाई करते हुए नीमचौक- पांडे पोखर होते हुए समस्तीपुर शहर की ओर निकल पड़ा।

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