दलित की संदिग्ध मौत मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग पर विरोध मार्च

स्थानीय थानाध्यक्ष को निलंबित कर दलित टोले में आतंक का माहौल खत्म करो-बंदना सिंह

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। “औरंगाबाद के रफीगंज में 6 दलित लड़कियों को जहर खाने और 4 की संदिग्ध मौत मामले की उच्च स्तरीय जांच कराओ”, “स्थानीय थानाध्यक्ष को निलंबित करो-दलित टोलों में आतंक का माहौल खत्म करो”, “सामंती जुल्म-उत्पीड़न और दलित महिलाओं के खिलाफ हिंसा का नाश हो” आदि नारों के साथ 14 अप्रैल को समस्तीपुर शहर (Samastipur City) के अंबेडकर मूर्ति पर माल्यार्पण के बाद ऐपवा, आदि।

आइसा एवं माले (Aisa and Male) के कार्यकर्ताओं ने विरोध मार्च निकाला। कार्यकर्ताओं ने अपने-अपने हाथों में मांगों से संबंधित नारे लिखे कार्ड बोर्ड, झंडे, बैनर लेकर मुख्यालय का भ्रमण कर पुनः अंबेडकर स्थल पहुंचकर सभा का आयोजन किया। सभा की अध्यक्षता ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह तथा संचालन आइसा जिलाध्यक्ष लोकेश राज ने किया।

इस अवसर पर माले जिला कमिटी सदस्य ललन कुमार, सुरेंद्र प्रसाद सिंह, फूलबाबू सिंह, उपेंद्र राय, सुनील कुमार, अनील चौधरी समेत महेश पासवान, अशोक राय, रेल कर्मचारी संतोष कुमार निराला, मनीषा कुमारी, प्रिति कुमारी, जानवी कुमारी, राजू झा, गंगा पासवान,आदि।

रौशन कुमार, दीपक यदुवंशी आदि ने सभा को संबोधित करते हुए दलित उत्पीड़न की बढ़ती घटनाओं के लिए बिहार की नीतीश सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को खरी खोटी सुनाया।

सभा को बतौर मुख्य वक्ता संबोधित करते हुए माले जिला सचिव उमेश कुमार ने कहा कि बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के योगदानों में एक चर्चित योगदान है भारत के मजदूर वर्ग के लिए किए गए उनके कार्य।

काम के घण्टे 12 से 8 करने, बिना किसी लैंगिक भेदभाव के समान काम का समान वेतन देने, ट्रेड यूनियनों को मान्यता देने, मजदूरों के लिए ईएसआई, पीएफ जैसी सुविधाएं, महिला मजदूरों के लिए मातृत्व लाभ, वेतन के साथ अवकाश जैसे मजदूर वर्ग के अनेक अधिकारों को हासिल करने में डॉक्टर अम्बेडकर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।

ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि आज इन सारे अधिकारों पर हमला पहले से भी कहीं ज्यादा हो रहा है। मोदी सरकार में तो हालात ऐसे बन गए हैं, जैसे ये सारे अधिकार किसी बीते जमाने की बातें हो। भारत का मजदूर वर्ग लड़ रहा है और बाबा साहब अम्बेडकर को उनकी जयंती पर याद कर रहा है। उन्होंने रेप पीड़ित क्षेत्र के थानाध्यक्ष को तत्काल निलंबित करने की मांग सरकार से की।

 126 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *