विधानसभा पर प्रदर्शन में पुलिसिया दमन के खिलाफ निकाला प्रतिवाद मार्च

आइसा एवं इनौस के कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री का पुतला फुंका
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। सरकार (Government) द्वारा पूर्व में घोषित 19 लाख लोगों को रोजगार देने की मांग को लेकर बीते 1 मार्च को विधानसभा का घेराव कर रहे हजारों छात्र- युवाओं पर बर्बर पुलिसया दमन के खिलाफ आइसा एवं इनौस ने 3 मार्च को समस्तीपुर शहर (Samastipur City) में प्रतिवाद मार्च निकाला। इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला फुंका।
प्रतिवाद मार्च के दौरान “रोजगार के बदले लाठी क्यों-नीतीश सरकार जवाब दो”, “19 लाख रोजगार-मांग रहा युवा बिहार”, “छात्र-नौजवानों के भविष्य पर हमला बंद करो”, “लाठी-गोली की सरकार नहीं चलेगी”, “पटना-दिल्ली खोलो कान-लेकर रहेंगे रोजगार” जैसे नारे लगाए जा रहे थे। प्रतिवाद मार्च मालगोदाम चौक स्थित माले कार्यालय से निकला जो बाजार क्षेत्र का भ्रमण करते हुए स्टेशन चौराहा पहुंचकर मार्च सभा में तब्दील हो गया।
सभा की अध्यक्षता आइसा जिलाध्यक्ष लोकेश राज ने तथा संचालन इनौस जिला सचिव आशिफ होदा ने किया। मौके पर नौशाद तौहीदी, मो. एजाज, अरशद कमाल बबलू, मो. चांद, मो. एजाज, मनोज राय, आइसा के प्रिति कुमारी, द्रक्षा जान्ह्वी, मनीषा कुमारी, शहजादी प्रवीण, रौशन कुमार, अजय कुमार, सौरभ चौधरी, जीतेंद्र सहनी, राजू कुमार झा, धीरज कुमार, साहिल, रवि कुमार, मो. अफरीदी, मो. महफूज, मो. फरमान, मो. सलीम, आइसा- इनौस जिला प्रभारी सुरेन्द्र प्रसाद सिंह सहित अन्य छात्र-नौजवान शामिल थे।
सभा को संबोधित करते हुए आइसा जिला सचिव सुनील कुमार ने कहा कि विधानसभा पर छात्र-नौजवानों का प्रदर्शन रोजगार और बेहतर शिक्षा के लिए आयोजित किया गया था। प्रदर्शन में आइसा के राष्ट्रीय महासचिव व पालीगंज से माले विधायक संदीप सौरभ, इंकलाबी नौजवान सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और अगिआंव से माले विधायक मनोज मंजिल, राज्य अध्यक्ष व डुमरांव से माले विधायक अजीत कुशवाहा सहित कई राष्ट्रीय व राज्य स्तर के छात्र-नौजवान नेता शामिल थे। वे नीतीश सरकार के प्रतिनिधि से मिलकर 19 लाख रोजगार सहित अन्य सवालों को लेकर मांग-पत्र सौंपना चाहते थे लेकिन नीतीश सरकार द्वारा उनकी बात सुनने के बदले उन पर लाठीचार्ज, आंसू गैस के गोले और पानी का बौछार किया गया। इसमें दर्जनों छात्र-नौजवानों सहित विधायक भी बुरी तरह से घायल हो गये। कई के सिर फट गए। यह नीतीश सरकार की तानाशाही है। जिसे छात्र-नौजवान बर्दाश्त नहीं करेंगे। शिक्षा और रोजगार के लिए छात्र-नौजवानों का आंदोलन पटना से दिल्ली तक और तेज होगा। यहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पूतला फूंक कर विरोध जताया गया।

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