भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी कानून सीएए के खिलाफ माले द्वारा आज विरोध मार्च

समस्तीपुर के मालगोदाम चौक से निकलेगा विरोध मार्च-माले नेता सुरेंद्र

एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। विपक्ष के भारी विरोध के बाबजूद केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन कानून लागू कर दिया है। यह कानून भेदभावपूर्ण व विभाजनकारी है। इसके खिलाफ भाकपा माले द्वारा 14 मार्च को देशव्यापी प्रतिवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया है। इसके तहत समस्तीपुर शहर के मालगोदाम चौक से विरोध मार्च निकालेगी।

कार्यक्रम की तैयारी को लेकर नगर निगम क्षेत्र में जारी जनसंपर्क अभियान के दौरान 13 मार्च को उक्त आशय की जानकारी भाकपा माले जिला स्थाई समिति सदस्य सुरेंद्र प्रसाद सिंह, आइसा के दीपक यदुवंशी, लोकेश राज, ऐपवा के बंदना सिंह, आरवाईए के रौशन कुमार ने संयुक्त रूप से दी।

मौके पर भाकपा माले नेता सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि दिसंबर 2019 में पास किये गये भेदभावकारी और विभाजनकारी तथा अन्यायपूर्ण नागरिकता संशोधन कानून को लागू करने वाली नियमावली की अधिसूचना 2024 चुनावों की अधिसूचना आने से ठीक पहले जारी करना राजनीतिक साजिश का संकेत है।

माले नेता सिंह ने कहा कि जैसा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने खुद सीएए की क्रोनोलॉजी समझाते हुए कहा था कि इस कानून को लागू करने के बाद एनआरसी-एनपीआर को देशव्यापी स्तर पर लाया जायेगा। जिसके माध्यम से दस्तावेज न दिखा पाने वाले नागरिकों को नागरिकता के अधिकार से वंचित कर दिया जायेगा।

उन्होंने कहा कि सीएए नागरिकों को धर्म के आधार पर बांटने के मकसद से लाया गया है, जो भ्रामक रूप से गैर मुस्लिम शरणार्थियों को नागरिकता देने और मुसलमानों की नागरिकता छीनने, यहां तक कि देश निकाला देने तक की बात करता है।

लेकिन असम में की गयी एनआरसी की कवायद और देश में जगह-जगह चलाये जा रहे बुलडोजर ध्वस्तीकरण अभियानों से स्पष्ट हो चुका है कि आदिवासियों और वनवासियों समेत सभी समुदायों के गरीब इससे प्रभावित होंगे।

माले नेता ने कहा कि देश का लोकतांत्रिक अभिमत और समान नागरिकता एवं संवैधानिक अधिकार आन्दोलन ने सीएए-एनआरसी के पूरे पैकेज को संविधान पर हमला बता कर खारिज कर दिया है। चुनाव से पहले सीएए नियमावली की अधिसूचना ने लोकतंत्र के संवैधानिक आधार को बचाने के जनआन्दोलन की अनिवार्यता को पुन: रेखांकित किया है। मोदी सरकार को आगामी आम चुनावों में सत्ताच्युत करना जरूरी हो गया है।

उन्होंने कहा कि हम अपने अधिकारों के लिए संघर्षरत समाज के सभी तबकों से एमएसपी के कानूनी अधिकार के लिए लड़ रहे किसानों, श्रम अधिकारों के लिए लड़ने वाला मजदूर वर्ग, पुरानी पेंशन योजना की बहाली के लिए संघर्षरत सरकारी कर्मचारियों, सुरक्षित रोजगार की मांग कर रहे युवाओं, आजादी, सुरक्षा और समान अधिकारों के लिए संघर्षरत महिलाओं, जातीय जनगणना व विस्तारित आरक्षण की मांग कर रहे वंचित वर्ग, क्षेत्रीय पहचान और संघीय लोकतंत्र की संवैधानिक गारंटी की जद्दोजहद में जुटीं राष्ट्रीयताओं से अपील करते हैं कि वे भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी सीएए के विरुद्ध समान नागरिकता आन्दोलन का साथ दें।

हमें एकजुट रहना होगा, ताकि जनता को बांटने व् आगामी चुनावों में फासिस्ट ताकतों को शिकस्त देने के मिशन से जनता का ध्यान हटाने की मोदी सरकार और भाजपा की साजिश नाकामयाब हो। माले नेता सिंह ने समस्तीपुर में 14 मार्च को मालगोदाम चौक से 2 बजे से निकलने वाला विरोध मार्च में भाग लेकर सफल बनाने की अपील आमजनों से की है।

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