सार्वजनिक संपत्ति को बेचना पीएम का राष्ट्रधर्म-शर्मा

एस.पी.सक्सेना/बोकारो। केंद्रीय श्रम संगठन सीटू से संबद्ध एनसीओइए (NCOEA) के बैनर तले 22 जनवरी को बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में जारंगडीह उत्खनन कोयला श्रमिकों की सभा की गयी। सभा की अध्यक्षता युनियन के क्षेत्रीय सहायक सचिव कमलेश गुप्ता ने की।

जारंगडीह खुली खदान कार्यालय परिसर में आयोजित सभा में उपस्थित युनियन के केंद्रीय सहायक महामंत्री भागीरथ शर्मा ने कहा कि देश के कोयला उधोग सहित समस्त सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योगो को कौड़ियों के भाव बेचना प्रधानमंत्री मोदी का राष्ट्रधर्म बन गया है।

उन्होंने कहा कि पीएम मोदी (PM Modi) ने तीन दिन पूर्व वित्त मंत्रालय के अधिन विभाग दिपम के वेबीनार को संबोधित करते हुए भी यह बात कही है।

उन्होंने कहा कि पीएम राष्ट्रीय मौद्रिक पाईप लाईन परियोजना (एनएमपीपी) के तहत देश की अर्थव्यवस्था की रीढ समझी जाने वाली सार्वजनिक क्षेत्र को अपने कॉरपोरेट मित्रों एवं विदेशी कॉरपोरेट घरानों को बेचकर देश विरोधी तथा संविधान विरोधी कार्य कर रहे हैं।

इतना ही नहीं मोदीजी 29 श्रम कानून को बदलकर उसके स्थान पर 4 श्रम संहिता बनाकर मजदूरों को पूंजीपत्तियों के हाथों गुलाम बनाने का रास्ता तय कर दिया है।

जिसके विरोध में संयुक्त ट्रेड यूनियनों ने आगामी 23 – 24 फरवरी को दो दिवसीय देशव्यापी संयुक्त हड़ताल की घोषणा किया है। शर्मा ने 23- 24 फरवरी की हड़ताल को सफल करने के लिए कोयला मजदूरों से अपील की।

यूनियन के कथारा क्षेत्रीय सचिव पी के विश्वास ने कहा कि कोयला मजदूरों का हड़ताल तय करेगा कि 11 वां वेज बोर्ड कैसा होगा। शाखा सचिव निजाम अंसारी ने परियोजना विस्तार की बात कही। श्याम बिहारी सिंह दिनकर ने धन्यवाद दिया।

मौके पर मुख्य रूप से दीनबंधु प्रसाद, नरेश राम, गोपाल महतो, सुरेश प्रसाद, रामदास, मुस्तफा अंसारी, बैजनाथ मंडल, जलेश्वर मांझी, रमेश प्रसाद, मो इस्लाम, धीरेन्द्र, सुदामा महली, झुन्नू दास सहित सैंकड़ो मजदूर उपस्थित थे।

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