ढोरी क्षेत्र के कोयला खदानो में सुरक्षा मानकों की अनदेखी-पांडेय

कार्यस्थल पर सुरक्षा नाम की कोई चीज नहीं-शिवनंदन चौहान

एन.के.सिंह/फुसरो (बोकारो)। खान सुरक्षा का दावा करने वाला सीसीएल (CCL) ढोरी क्षेत्रीय प्रबंधन ही इन दिनों सुरक्षा मानकों की अनदेखी कर रहा है। सुरक्षा को ताक पर रखकर कामगारों से काम लिया जा रहा है।

प्रबंधन के दबाव में कामगारों को माइंस (Mines to workers) के अंदर काम करने के लिए विवश होना पड़ रहा है। उक्त बातें 7 जनवरी को मजदूर संगठन से संबद्ध राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ के सीसीएल जोन के अध्यक्ष गिरिजा शंकर पांडेय ने अमलो वर्कशॉप में प्रेस को संबोधित करते हुए कही।

पांडेय ने कहा कि ऐसी स्थिति है कि यहां बड़ी दुर्घटना को आमंत्रण दे रही है। खदान परिसर में सुरक्षा के स्लोगन और संविधान की सार आदि के दीवार लेखन से माइंस का भला होने वाला नहीं है। प्रबंधन को यहां हर हाल में सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए।

उन्होंने कहा कि कोयला खदान में काम करने वाले मजदूरों तथा आने जाने वालो की जान खतरे में है। क्षेत्रिय सचिव शिवनंदन चौहान ने कहा कि ढोरी क्षेत्र की कोयला खदानों में बढ़ती दुर्घटना का बड़ा कारण सुरक्षा नियमों की अनदेखी है। कार्य स्थल पर सुरक्षा नाम की कोई चीज नहीं है। अब तो लापरवाही की हद होने लगी है। सर्वे ऑफ मशीनों को भी कार्य में लगया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि कोयला खदानों में मजदूरों की जान से कैसे खिलावाड किया जा रहा है? सेफ्टी के नाम पर कोई नियम नहीं है। ना ही उसका पालन हो रहा है। खदानों में चलने वाली बड़ी बडी गाड़ियों के ड्राइवर बिना सीट बेल्ट (Seat Belt) तथा बिना सेफ्टी जूता के ही भारी वाहन चला रहे है।

खदान में छोटी गाड़ियों के जाने की अनुमति नहीं है, फिर भी नियम कायदों को ताक पर रखकर छोटी गाड़ियां जा रही है। मौके पर नप उपाध्यक्ष छेदी नोनिया, अमलों सचिव गणेश मल्लाह, अध्यक्ष जयराम सिंह, ढोरी ईस्ट सचिव श्रीकांत मिश्रा आदि उपस्थित थे।

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