मकर संक्रांति पर पचास हजार श्रद्धालु हथिया पत्थर दामोदर नदी में करेंगे स्नान

हथिया पत्थर में 14 जनवरी को प्रसिद्ध मकर संक्रांति मेला का आयोजन

नंद कुमार सिंह/फुसरो (बोकारो)। मकर संक्रांति के अवसर पर दामोदर नदी में पचास हजार श्रद्धालु मकर स्नान करेंगे। इसको लेकर विभिन्न स्थानों पर तैयारी की गई है।

मकर स्नान के साथ ही बोकारो जिला के हद में फुसरो- पिछरी के मध्य दामोदर नदी पर हथिया पत्थर मेले का भी आयोजन किया जाता है। यहां अहले सुबह से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालु आने लगते हैं। यह सिलसिला देर साथ शाम तक चलता है। श्रद्धालु यहां बीच नदी में पत्थर की आकृति के बने प्राकृतिक हाथी, पिछरी छोर तथा ढोरी बस्ती छोर पर बने मंदिरों में पूजन अर्चन करते हैं। इसके साथ ही यहां पर बकरा, मुर्गे की बलि दी जाती है।

भक्तों का मानना है कि मकर स्नान के बाद यहां जो मन्नत मांगी जाती है वह अवश्य पूरी होती है। स्थानीय ग्रामीण रहिवासी कहते हैं कि यहां पहले सामान्य दामोदर नदी हुआ करती थी। प्राचीन काल में कोई राजा अपने पुत्र के विवाह में इस नदी को पार करने के लिए दामोदर नदी से विनती किए कि पानी कम हो जाए।

सहजता से नदी पार हो जाएंगे तो बलि चढ़ाकर पूजा अर्चना करेंगे। इस पर दामोदर नदी का पानी कम हो गया। राजा और उनके बाराती पार कर गए। लेकिन वापसी में भी राजा ने पूजा नहीं की और नदी को अपशब्द कहा। उसी समय राजा बाराती दुल्हा-दुल्हन सहित हाथी, घोड़े, ढोल नगाड़ा सभी पत्थर में तब्दील हो गए। आज भी गौर से देखने से यहां उक्त सभी आकृतियां स्पष्ट नजर आती हैं।

हथिया पत्थर की 150 साल से होती रही है पूजा

बेरमो कोयलांचल में श्रद्धालुओं के बीच हथिया पत्थर धाम प्रसिद्ध हो चुका है। श्रद्धालु यहां दूर-दूर से आकर पूजा अर्चना करते हैं। यहां लगभग 150 वर्षों से ज्यादा समय से पूजा हो रही है। पहले यहां कम हीं श्रद्धालु जुटते थे, लेकिन अब इसकी प्रसिद्धि फैल गई है। यही कारण है कि इस स्थान को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने की मांग उठने लगी है। हालांकि इस दिशा में यहां कई काम हुए हैं। सड़क मंदिर का निर्माण हो चुका है।

संक्रांति को लेकर कोयलांचल में आठ दिवसीय मेेला

बेरमो कोयलांचल में मकर संक्रांति की तैयारी पूरी हो चुकी है। 14 जनवरी को पिछरी-फुसरो के बीच दामोदर नदी तट पर हथिया पत्थर मेला से मकर स्नान शुरु होने के बाद लगातार आठ दिनों तक अलग अलग स्थानों पर मेला लगता हैं।

जिसमें 14 जनवरी को दामोदर नदी हथिया पत्थर मेला, नावाडीह भेंडरा में सात दिवसीय जलेश्वरी मेला, जरीडीह बाजार में दो दिवसीय गोपाल मेला, वहीं 15 जनवरी को भंडारीदह में राजाबेडा मेला, घुटियाटांड में मुर्गी उड़ान मेला, तेलो के महादेवगढ़ा में मेला, दुग्धा में खेलाचंडी मेला, आदि।

गोमियां के होसिर देवीपुर में दो दिवसीय खेलाय चंडी मेला, चंद्रपुरा के नर्रा में पांच दिवसीय स्व. विनोद बिहारी महतो मेला, 16 जनवरी को मानगो में चरकपत्थना मेला, पचौरा में बोरवाघाट मेला, चंद्रपुरा के बूढ़ीडीह बोरवाघाट मेला, आगामी 17 जनवरी को तुपकाडीह का शाही टुंगरी मेला, 18 जनवरी को खुंटरी के केंदुआडीह में मेला का आयोजन होता है।

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