प्रहरी संवाददाता/ मुंबई। विश्व महिला दिवस पर चेंबूर के महात्मा एज्यूकेशन सोसायटी की छात्राओं द्वारा महिलाओं पर लगातार बढ़ते अत्याचारों के विरूद्ध नुक्कड़ नाटक कर लोगों में जागरूकता फैलाई गई। चेंबूर स्थित पिल्लेस कॉलेज ऑफ एजुकेशन एन्ड रिसर्च की प्रधानाचार्य डॉ सुनिता वाडीकर के मार्गदर्शन में प्राचार्या श्रीमती विनीता देसाई द्वारा बीएड कॉलेज की छात्राओं को लेकर कुल सात दलों का गठन किया गया। इन दलों द्वारा चेंबूर के अलग-अलग हिस्सों में नुक्कड़ नाटक के जरीए लोगों में जागरूकता फैलाई गई।
चेंबूर के महात्मा एजुकेशन सोसायटी द्वारा संचालित बीएड कॉलेज की प्रधानाचार्य डॉ सुनिता वाडीकर ने बताया की महिलाओं को अत्मनिर्भर होना जरूरी है। उन्होंने कहा की समाज में कुछ असामाजिक तत्वों के कारण महिलाओं के साथ होने वाले अत्याचार, शोषण आदि के खिलाफ हमें लड़ना होगा, तभी महिलाएं सुरक्षित रह सकती हैं। उन्होंने कहा की देश के विकास में महिलाओं का बड़ा योगदान है इसके बावजूद हमें बेचारी की संज्ञा दी जाती है।
इसलिए महिलाओं को आर्थिक रूप से भी मजबूत होना जरूरी है। बेटी बचाओ -बेटी पढ़ाओ के सरकारी उद्देश्यों की बात करें तो, इतिहास इस बात का गवाह है कि झांसी की रानी, मदर टेरेसा, सरोजनी नायडू, लता मंगेश्कर, सुनिता विलियम, इंदिरा गांधी, सरला ठकराल, श्रीमती प्रतिभा पाटील, सानिया मिर्जा जैसी अनेक सशक्त महिलाओं ने देश के लिए बड़ा योगदान किया है।
महिला दिवस के मौके पर महात्मा एजुकेशन के संस्थापक के. एम. वासूदेवन पिल्ले के सहयोग से चेंबूर के विभिन्न इलाकों में नुक्कड़ नाटक कर आम लोगों में जागरुकता फ़ैलाने की कोशिश की गई। इस अभियान को सफल बनाने में जया चिरियन, श्रीमती अर्चना कौर, सुप्रिया शिंदे, रेशमा पदमा, दीक्षा अरोरा, भावना माने आदि ने अहम भूमिका निभाई।
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