जिंदगी और मौत से जूझती शाइस्ता

बेस्ट के दर्दनाक हादसे में दो बचे

मुश्ताक खान/ मुंबई। मंगलवार की दोपहर चेंबूर कैंप के झामामल चौक स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास बेस्ट बस क्रमांक 351 ने करीब 6 साल की बच्ची को रौंद दिया। बेस्ट बस के चपेट में तीन बच्चे आए थे लेकिन दो बच गए और 6 साल की मासूम शाइस्ता के पेट पर बस के दायीं तरफ का पहिया चढ़ गया। जिसके कारण बच्ची की अतड़ी व हड्डियां बुरी तरह टूट गई हैं।

इस हादसे में शाइस्ता नोमान अंसारी की हालत नाजुक है। उसे तत्काल चेंबूर कैंप के इनलेक हॉस्पिटल में ले जाया गया लेकिन प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने जवाब दे दिया। गंभीर रूप से घायल शाइस्ता का इलाज फिलहाल सायन अस्पताल में चल रहा है। मौजूदा समय में वो खतरे से बाहर नहीं है।
मिली जानकारी के अनुसार पांजरापोल की रहने वाली शाइस्ता नोमान अंसारी अपने एडमिशन के लिए कलेक्टर कालोनी स्थित मनपा स्कूल से आ रही थी।

इस हादसे के तुरंत बाद चेंबूर क्राइम ब्रांच के पी आई संजय भापकर, पीएसआई ताना जी पवार के मार्ग दर्शन में गणेश कदम, अजीत मोहिते, उमेंश कंगले, सोनावणे और शिंदे आदि पुलिस अधिकारियों ने मोर्चा संभाला और भीड़ को तितर -बितर करते हुए बच्ची को बेस्ट बस क्रमांक 351 के नीचे से निकाला व उसे आननं फाननं में पास के इनलेक हॉस्पिटल में भेज दिया।

चशमदीद रूकसाना अंसारी के मुताबिक इनलेक हास्पिटल के चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार करने के बाद उसे सायन अस्पताल भेज दिया गया। झारखंड की रहने वाली शाइस्ता नोमान अंसारी की हालत काफी गंभीर है। स्थानीय लोगों के मुताबिक इस चौक पर पहले दो ट्रैफिक पुलिस रहते थे। लेकिन करीब एक सप्ताह से यहां से ट्रैफिक पुलिस नदारद है।

जिसके कारण हर रोज यहां जाम लग जाता है। छानबीन से पता चला है कि वाशीनाका स्थित टाटा पावर से मुंबई सेंट्रल जाने वाली बेस्ट बस क्रमांक 351-एम एच 01, एल एच 6251 और 5102/सीएन है। बेस्ट बस हादसे के बाद शाइस्ता की मां शहनाज परवीन का भी बुरा हाल है। बताया जाता है कि नोमान अंसारी के तीन बच्चे हैं इनमें यह बड़ी लड़की थी।

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