पुलिस हिरासत में नटवरलाल

मुंबई। आरसीएफ पुलिस के हत्थे चढ़ा नटवरलाल को अदालत ने फिर से पुलिस हिरासत में भेज दिया है। मर्चेंट नेवी में काम दिलाने के नाम पर 50 से अधिक बेरोजगारों से करीब दस लाख की ठगी करने वाला संजय कुमार बिश्नोई उर्फ कैप्टन (30) की अगली सुनवाई 8 अक्टूबर को होगी।

आरसीएफ के वरिष्ठ अधिकारी श्रीकांत देसाई ने बताया कि संजय कुमार बिश्नोई उर्फ कैप्टन नामक आरोपी 10 मई 2015 से राजस्थान से लापता है। जून 2017 को यह मामला मुंबई क्राइम ब्रांच के पास आया था। कैप्टन खुद मर्चेंट नेवी में तीन साल काम कर चुका है। संदिग्ध गतिविधियों के चलते उसे काम से निकाल दिया गया था।

उसके बाद वह लोगों को नेवी में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने लगा। दो राज्यों की पुलिस के आंखों में धूल झोंकने वाला बिश्नोई नाम और जगह बदलने में माहीर है। वह नटवरलाल की तरह मुंबई में रहता था और अपनी स्टाइल और पर्सनालिटी के दम पर बेरोजगार युवकों को ठगने के अलावा आए दिन नई गर्लफ्रेंड भी बदलता रहता था।

पुलिस ने नटवरलाल से विस्तृत पूछताछ के लिए 7 अक्टूबर तक रिमांड में लिया है। पीएसआई सचिन सानप के अनुसार गिरफ्तार आरोपी जगह के हिसाब से नाम भी बदलता रहता है, उसके अनगिनत नाम हैं। वह हर शिकार को अपना अलग- अलग नाम बताता था। इसने दो महीने पहले ही अस्पताल में काम करने वाली एक रिसेप्शनिस्ट को अपना नया शिकार बनाया, जब वह अस्पताल में भर्ती था।

इलाज के दौरान उसने रिसेप्शनिस्ट के पति को नेवी में नौकरी दिलाने के बहाने उससे दो लाख रुपए ऐंठ लिए। रकम लेने के बाद बिश्नोई अय्याशी में लग गया। कुछ दिन बीतने के बाद कुछ नहीं हुआ तो पीड़ित महिला ने पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। उपरोक्त शिकायत को पुलिस ने गंभिरता से लिया, अपर पुलिस आयुक्त लखमी गौतम, डीसीपी शाहजी उमप के निर्देश पर छानबीन शुरु हुई।

आरसीएफ के वरिष्ठ अधिकारी श्रीकांत देसाई वेत्र् नेतृत्व में शातीर आरोपी की तलाश शुरु हुई। लेकिन हर बार वह पुलिस को चकमा देकर निकल जाता था। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी कैप्टन चेंबूर के सेल कालोनी में नया ठिकाना बनाया है। सूचना मिलते ही पुलिस कांस्टेबल कोलेकर, भोसले, निमाने, रोकड़े, मोरे की टीम कैप्टन के घर पहुंची। लेकिन दरवाजे पर ताला लगा था। पुलिस थोड़ी देर वहां रुकी तो अंदर से किसी महिला की आवाज सुनाई दी।

इसके बाद पुलिस की टीम ने करीब छह घंटे तक आरोपी कैप्टन के आने का इंतजार करती रही। उसके बाद कैप्टन वापस आया और जैसे ही दरवाजे का ताला खोला पुलिस ने उसे दबोच लिया। पुलिस ने उसके घर में छानबीन की तो कैप्टन की गर्लफ्रेंड घर के अंदर मिली। वह अपनी गर्लफ्रेंड को घर के अंदर कैद करके ही बाहर जाता था।

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