मुंबई में होगी पानी कटौती

मुंबई। सितंबर बीतने के साथ मॉनसून लगभग विदा हो चुका है, लेकिन शुरुआती दिनों में झमाझम बरसने के बाद बादलों ने इस सीजन में धोखा दे दिया है। मुंबई को पानी की आपूर्ति करने वाली झीलों में केवल 91 प्रतिशत भंडार जमा हुआ है, जो जरूरत की तुलना में कम है। मौसम विभाग ने अधिकृत रूप से मॉनसून की विदाई की घोषणा तो नहीं की है, लेकिन अब अच्छी बारिश की संभावना कम ही है। ऐसे में मनपा पानी की आपूर्ति के लिए नई योजना बनाने में जुट गई है। एक शीर्ष अधिकारी के अनुसार, ‘इस बार रिजर्व स्टॉक में से पानी का इस्तेमाल किया जाएगा। इसकी अनुमति राज्य सरकार से लेनी होगी। इसकी अनुमति नहीं मिली, तो पानी की कटौती होनी तय है।’

मनपा हर साल 1 अक्टूबर से 31 जुलाई तक 304 दिनों की आपूर्ति के लिए रणनीति बनाती है। रोज 3,800 मिलियन लीटर पानी की आपूर्ति के लिहाज से गणना की जाती है। संबंधित अधिकारी के अनुसार, अपर वैतरणा और भातसा से करीब तीन लाख मिलियन लीटर अतिरिक्त पानी की मांग करेंगे। उस पर फैसला राज्य सरकार करेगी। इस बारे में वरिष्ठ अधिकारी पत्राचार करेंगे।

झीलों में कम जमा हुए पानी के संकट को देखते हुए प्रशासन ने मुंबईकरों से पानी का संभलकर उपयोग करने की अपील की है। नागरिकों से यह भी कहा गया है कि पाइपलाइन लीकेज समेत कहीं भी पानी बरबाद होने की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। मनपा कमिश्नर अजय मेहता ने कहा कि मॉनसून अभी पूरी तरह से नहीं गया है। बारिश के आधिकारिक रूप से चले जाने की घोषणा होने पर हम अपनी रणनीति बनाएंगे। पानी कटौती अंतिम उपाय है।

फैक्ट्स
* 3 साल में सबसे कम है झीलों में पानी का भंडार।
* 30 सितंबर तक झीलों में 91.44 पानी ही जमा हुआ।
* 2017 में 99.09 फीसदी था।
* 2016 में 99.58 फीसदी पानी जमा हुआ था।

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