अब बिना OTP के ही साइबर ठग खाली कर रहे अकाउंट

संवाददाता/ मुंबई। मोबाइल पर ओटीपी (OTP) और और पिन (PIN) बताने के बाद अकाउंट से रुपये निकल जाने के कई मामले सामने आते हैं। हालांकि, साइबर ठगों (Cyber fraudsters) ने अब ठगी का नया तरीका निकाला है। वे गूगल पर अपने फेक नामों से नंबर पोस्ट कर रहे हैं और उन नंबरों पर फोन करने वाले उनकी ठगी का शिकार हो रहे है। मुंबई की एक युवती ने ऑनलाइन नंबर सर्च करके शराब मंगाई और उसके 87,420 रुपये अकाउंट से निकल गए। वहीं दूसरे मामले में एक महिला ने अपने बैंक का अकाउंट नंबर ऑनलाइन सर्च किया और फिर उनके अकाउंट से 90 हजार रुपये लुट गए। हैरानी वाली बात यह है कि पीड़ितों ने न तो अपना ओटीपी बताया और न ही पिन।

पवई की 25 साल के युवती ने शराब की होम डिलीवरी सर्विस के लिए गूगल पर नंबर सर्च किया। इंटरनैशनल बैंक में काम करने वाली इस युवती को स्टार वाइन शॉप का नंबर मिला। उसने फोन किया तो फोन उठाने वाले व्यक्ति ने उसे यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस आईडी देते हुए मोबाइल वॉलेट से तीन बियर के बदले 420 रुपये ट्रांसफर करने को कहा। युवती ने पेमेंट किया और उसके मोबाइल पर 420 रुपये ट्रांसफर होने का मेसेज भी आ गया। थोड़ी देर बाद युवती के मोबाइल पर दूसरे मेसेज आया और पता चला कि उसके अकाउंट से 29,000 रुपये भी काट लिए गए हैं।

युवती ने बताया कि वह हैरान थी, क्योंकि उसने सिर्फ 420 रुपये ट्रांसफर किए थे। दुकानवाले को न तो उसने ओटीपी बताया था, न ही अपना पिन। उसे अपनी कोई भी डीटेल नहीं दी थी। युवती ने जब उस नंबर पर कॉल किया तो उसे फोन उठाने वाले ने कहा कि गलती से रुपये कट गए होंगे, वह वापस हो जाएंगे। इस दौरान युवती के अकाउंट से 58,000 रुपये फिर निकल गए। युवती उसी स्टार वाइन शॉप पर पहुंची तो पता चला कि जिस नंबर पर उसने फोन किया था, वह उस दुकान का नंबर नहीं था। युवती ने तत्काल पवई पुलिस स्टेशन में इसकी शिकायत दर्ज कराई।

इसी तरह 11 अगस्त को एक पायलट ने भी इसी तरह स्टार वाइन स्टोर का नंबर सर्च करके शराब की होम डिलीवरी के लिए ऑर्डर किया था और उसके साथ 38,000 रुपये की धोखाधड़ी हुई थी। जुलाई में एक खार निवासी 35,500 रुपये की ठगी का शिकार हुए थे। इसी तरह 16 जून को एक अंधेरी निवासी को 20,000 रुपये का चूना लगाया गया था।

दूसरा मामला घाटकोपर से जुड़ा है। 29 साल की युवती ने बताया कि उसका देवनार के स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अकाउंट है। युवती की बहन यूएस में है और युवती को उसे रुपये ट्रांसफर करने थे। उसने बैंक का नंबर गूगल पर सर्च किया और उस पर फोन किया। फोन उठाने वाले ने खुद का नाम राहुल कुमार बताया।

गोवंडी पुलिस में दर्ज शिकायत के अनुसार राहुल नाम के शख्स ने उससे बैंक डीटेल मांगी। उसने कहा कि कुछ देर में उन्हें एसडब्ल्यूआईएफटी कोट मिल जाएगा। हालांकि कुछ देर बाद युवती के मोबाइल पर 90,000 रुपये अकाउंट से काटे जाने का मेसेज आया। जब युवती ने बैंक शाखा से संपर्क किया, तो उसे बताया गया कि कार्यालय में उस नाम से कोई कर्मचारी नहीं था और वह कॉन्टैक्ट नंबर भी बैंक या उसके किसी कर्मचारी का नहीं था। जब उसने कॉलर आइडेंटिफिकेशन फोन ऐप पर नंबर सर्च किया तो पता चला कि वह बिहार के किसी सोनू खान का नंबर था।

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