महाराष्ट्र में शरद पवार की वापसी

साभार/ मुंबई। मराठा छत्रप शरद पवार की पार्टी एनसीपी (NCP) ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (Maharashtra Assembly election 2019) में वापसी की है। चुनाव से पहले कहा जा रहा था कि एनसीपी के लिए इस बार संभावनाएं बेहतर नहीं हैं। हालात यह थे कि सहयोगी पार्टी कांग्रेस की टॉप लीडरशिप ने महाराष्ट्र के प्रचार में बहुत ज्यादा उत्साह और दिलचस्पी नहीं दिखाई। खुद अपनी ही पार्टी के नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों के छापे और परिवार की अंदरुनी लड़ाई भी पवार के लिए सिरदर्द थी।

हालांकि इन सभी स्थितियों के बीच शरद पवार (Sharad Pawar) अकेले ही डटे रहे। मराठा टाइगर कहे जाने वाले 79 वर्षीय शरद पवार ने अकेले ही कैंपेन किया और नरेंद्र मोदी, अमित शाह, देवेंद्र फडणवीस पर सीधा हमला बोला। पवार के आगे आने का ही यह फैक्टर था कि उनके गढ़ में जनता ने उन पर एक बार फिर से भरोसा जताया। शरद पवार की बढ़ी हुई ताकत का अंदाजा इससे भी लगाया जा सकता है कि उनकी पारिवारिक सीट बारामती से उनके भतीजे अजीत पवार 1,40,000 से ज्यादा वोटों से आगे चल रहे हैं। बारामती विधानसभा सीट से उन्हें अब तक अकेले 84 फीसदी से ज्यादा वोट मिले हैं। बीते चुनाव में 41 सीट जीतने वाली एनसीपी अब तक 54 सीटें पाती दिख रही है।

दूसरी तरफ कांग्रेस का आंकड़ा 40 पर थमता नजर आ रहा है। पिछले चुनाव में कांग्रेस को 42 सीटें मिली थीं। इस तरह कांग्रेस का प्रदर्शन 2014 के मुकाबले और कमजोर हुआ है। यह इसलिए भी मायने रखता है क्योंकि अब तक एनसीपी को कांग्रेस का जूनियर पार्टनर माना जाता था, लेकिन मराठा छत्रप शरद पवार ने सीटें ही नहीं बढ़ाईं बल्कि कांग्रेस के मुकाबले बढ़त हासिल की।

सतारा लोकसभा सीट पर भी एनसीपी ने बढ़त कायम की है। प्रतिष्ठा की सीट सतारा में बीजेपी कैंडिडेट उदयनराजे भोसले के मुकाबले एनसीपी कैंडिडेट श्रीनिवास पाटिल 82,000 वोटों से आगे चल रहे हैं। इस चुनाव में शरद पवार ने बारिश में भीगते हुए भी एक रैली की थी। पीएम मोदी ने इस सीट पर उनके खुद न उतरने को कायरता करार दिया था, लेकिन नतीजों से पवार ने साबित किया कि वह हारी बाजी जीतना जानते हैं।

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