तीन वर्ष बाद स्वर्गीय लखेश्वर साव की पत्नी को मिला न्याय

विजय कुमार साव/ गोमियां (बोकारो)। लगातार तीन साल तक घर के लिए जद्दोजहद करने के बाद 24 अगस्त को गोमियां (Gomia) प्रखंड के हद में आई एल स्थित हाउसिंग बोर्ड से गोमियां के रहिवासी स्वर्गीय लखेश्वर साव की विधवा को प्रशासन के हस्तक्षेप के बाद न्याय मिल सका है। इसके लिए विधवा ने प्रशासन का आभार वयक्त किया है।

जानकारी के अनुसार आई एल स्थित हाउसिंग बोर्ड से रहिवासी स्वर्गीय लखेश्वर साव की विधवा ने 7 सितंबर 2005 को आवास खरीदा था। तब उक्त आवास (क्वार्टर नंबर 32C) को लखेश्वर साव से आईएल कॉलोनी निवासी मोहम्मद जावेद नईम अंसारी ने 21 जून 2016 से 20 जून 2018 तक रेंट में लिया था। तब से उक्त आवास में मोहम्मद जावेद और उनकी पत्नी भाजपा महिला मोर्चा मंडल अध्यक्ष नमिता बर्मा अपने परिवार के साथ रहते आ रहे थे।

इसका किराया हर महीने 2000 रुपए था जो हर महीने गोमियां मोड़ स्थित साव को उनके घर पर पहुंचा दिया जाता था। घटना में ट्विस्ट तब आया जब 18 अगस्त 2017 को लखेश्वर साव की मृत्यु हो गयी। इसके पश्चात साव की विधवा ने महिला नेत्री को आवास खाली करने के लिए कहा। आवास खाली करने के सवाल पर महिला नेत्री द्वारा समय मांगने पर इस मामले को पंचायत के बीच भी लाया गया मगर उन्होंने आवास खाली नहीं किया। थक हार कर स्वर्गीय लखेश्वर साहू की पत्नी गीता देवी मुख्यमंत्री की शरण में भी गई।

अंततः बेरमो एसडीएम नीतीश कुमार सिंह के आदेश पर 24 को गोमियां सीआई सुरेश बरनवाल, आई एल थाना प्रभारी सृष्टिधर महतो, ब्लॉक कर्मचारी कृपा शंकर शंभू, कैलाश यादव, अन्वेषक नगीना खातून ने उक्त आवास को खाली करवाया। इसके लिए स्वर्गीय साव की पत्नी ने शासन प्रशासन को धन्यवाद दिया और कहा की बहुत मुश्किलों का सामना करने के बाद ही यह काम हो पाया है। इस संबंध में महिला नेत्री नमीता वर्मा ने कहा कि उनके साथ अन्याय हुआ है।

उन्होंने प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने वर्ष 2016 में ही स्व साव से उक्त आवास को खरीद लिया था। ऐसे में मुझसे आवास छिनना कहाँ तक न्यायसंगत है? महिला नेत्री वर्मा के अनुसार इस वैश्विक महामारी में वह कहां जाएंगे। अगर उन्हें किसी तरह से कुछ भी नुकसान होता है, या कुछ भी अनहोनी होता है इसकी सारी जिम्मेवारी बेरमो प्रशासन की होगी।

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