जिले को सूखाग्रस्त घोषित करे सरकार- कांग्रेस

बेरोजगारी से जूझते देश में चाइनीज मजदूरों को मिला रोजगार

अमरनाथ मिश्रा/ नारायणपुर (जामताड़ा)। जिला को सूखाग्रस्त घोषित करने की मांग को लेकर कांग्रेस किसान मोर्चा के बैनर तले गुरुवार को प्रखंड मुख्यालय के समक्ष एक दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। इस अवसर पर जिलाध्यक्षा सुश्री मुक्ता मंडल ने कहा कि इस वर्ष जिले में मानसून की स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण फसलें बर्बाद हो रही हैं, वहीं झारखंड में भाजपा सरकार सो रही है। गरीब किसानों की परवाह सरकार को नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार जिले को सूखाग्रस्त घोषित कर गरीब किसानों को राहत दे।

किसान मोर्चा में कांग्रेसी विधायक डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि जिले में कोई भी उद्योग धंधा नहीं है और 80 प्रतिशत जनता कृषि पर निर्भर है। सिंचाई की व्यवस्था सही नहीं है। सरकार अविलंब बर्बाद हुई फसल का सर्वे करने की बात कह रही है। यह किसानों के लिए जले पर नमक छिडकने का काम भाजपा सरकार कर रही है। उन्होंने किसानों का ऋण माफ करने की वकालत की। उन्होंने फसल बीमा का भुगतान करने की भी मांग की। विधायक ने कहा कि संथाल परगना क्षेत्र के कृषि मंत्री रहते हुए रणधीर सिंह ने कभी भी किसानों के लिए विधानसभा में आवाज नही उठाई यह सोचने वाली बात है।

इससे किसान चिंतित हैं। जिले में तत्काल राहत कार्य शुरू किया जाना चाहिए। रघुवर सरकार चार साल से कुंभकरणी की नींद सो रही है। उन्होंने राज्य के किसानों पर थोड़ा भी ध्यान नही दिया इसलिए आज यह स्थिति बनी है। सरकार साढ़े तीन हजार करोड़ की वल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा बना रही है। वहीं देश के किसान भूखे मर रहे है। उन्होंने कहा साढ़े तीन हजार करोड़ रुपया से किसानों के कृषि लोन माफ कर देते तो देश के किसानों का कल्याण होता। देश प्रेमी का राग अलापने वाली भाजपा सरकार चाइनीज चीजों का बहिष्कार कर रही है, वहीं दूसरी तरफ बेरोजगारी के इस दौर में भारतीय मजदूरों को छोड़ कर चाइना के दो सौ मजदूरों को मूर्ति बनने में लगाया गया है।

31 अक्टूबर को कांग्रेस के वरिष्ट नेता सरदार वल्लभभाई पटेल के जयंती के साथ देश की आयरन लेडी कही जाने वाली श्रीमती इंदिरा गांधी की भी शहादत दिवस थी। भाजपा सरकार ने देश की आयरन लेडी के लिए क्या किया? यह सरकार झूठ बोलकर सत्ता में आई है। यह सरकार गरीबों को लूटना चाहती है। सरकार को किसानों, दलितों, अल्पसंख्यकों की कोई चिंता नहीं है। इस सरकार को पारा शिक्षकों की स्थाईकरण करना होगा।

अब एएनएम जीएनएम की बहाली के मुद्दे पर भी आवाज उठने लगी है। इस मौके पर किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष कमल महतो, जिलाध्यक्षा मुक्ता मंडल, प्रखंड अध्यक्ष सफाउद्दीन अंसारी, इर्शादुल हक, देवानन्द सिंह, अरुण दास, मुस्तफा अंसारी, गोलक यादव, केसर सोरेन, नरेश दास, जब्बर अंसारी, राम प्रसाद राय, राशमुनि मुर्मू, कांग्रेस महतो, दलगोबिंद रजक आदि गणमान्य मौजूद थे। यहां मंच का संचालन सलीम अंसारी ने किया।

 


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