अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य एवं कल्याण योजनाओं का मिले पूर्ण लाभ- उपायुक्त

एस.पी.सक्सेना/ देवघर (झारखंड)। देवघर (Deoghar) के जिला उपायुक्त कमलेश्वर प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में 5 सितंबर को स्वास्थ्य विभाग, एवं जिला समाज कल्याण विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों एवं चल रहे विभिन्न योजनाओं की समीक्षा बैठक समाहरणालय सभगार में आयोजित किया गया। इस दौरान सर्वप्रथम जिले में मलेरिया/फाइलेरिया, डेंगू/चिकनगुनिया के लार्वा को समाप्त करने एवं लोगों को इनके प्रभाव से बचाने व जागरूक करने हेतु घर-घर जाकर किये जाने वाले सर्वे कार्यो को लेकर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।

इसके अलावे बैठक के दौरान उपायुक्त ने सर्वे में कुल 45 घरों में लार्वा पाए जाने को लेकर सिविल सर्जन के माध्यम से सभी एमपीडब्लू, एमपीएस एवं भोलेन्टियर को निर्देशित किया कि जिन घरों में लार्वा पाए गए है सभी घरों में साफ-सफाई एवं कीटनाशी दवा का छिड़काव कराया जाय। साथ ही लोगों को जागरूक भी किया जाय कि किसी भी जगह में पानी का जमाव न होने दें। जहां भी पानी का जमाव हो तुरंत उन जगहों की साफ-सफाई की जाय तभी हम मलेरिया/फाइलेरिया, डेंगू/चिकनगुनिया के लार्वा को समाप्त करते हुए अपने और अपने परिवार को सुरक्षित रख सकते हैं।

उपायुक्त ने एमडीए के तहत डीईसी एवं एलवेंडाजोल की दवा को घर-घर जाकर खिलाए जाने के कार्यो के अद्यतन स्थिति को लेकर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया। इस दौरान उपायुक्त सिंह द्वारा जानकारी दी गई कि अभी तक लक्ष्य के अनुरूप 92.02 प्रतिशत की प्राप्ति की गई है। ऐसे में 7 से 14 सितंबर तक जिले में गहन स्वास्थ्य जांच अभियान चलाया जाना है।

जिसके तहत उच्च रक्तचाप, डायबिटीज, सांस और लीवर संबंधी समस्याएं, मुंह का कैंसर, कुष्ठ रोग और मोटापा जैसे रोगों से ग्रसित लोगों की सूची तैयार करते हुए जांच की जाएगी। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जन सर्वे के दौरान कोविड का भी जांच किया जाय। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर आदि का प्रयोग करें।

इसके अलावे उपायुक्त ने प्रखण्ड वाईज संस्थागत डीलिवरी की समीक्षा करते हुए सभी संबंधित चिकित्सकों एवं संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि सभी अपने-अपने क्षेत्र में गर्भवती महिलाओं की सूची तैयार कर लें तथा उन सभी का डीलिवरी के उपरांत सभी का शत प्रतिशत आकड़ा तैयार करा लें। बैठक के दौरान उपायुक्त ने जिले में जन्म लेने वाले नवजात शिशुओं को 1 घंटा के अंदर माता का दूध पिलाना, टीकाकरण एवं अन्य सारी सुविधाएँ यथा नवजात बच्चे को उपलब्ध करायी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा की गयी तथा हर-हाल में नवजात शिशुओं को हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया।

समीक्षा बैठक में उपायुक्त सिंह ने जिले में कोविड संक्रमण के दौरान टेस्टिंग, ट्रेसिंग, जागरूकता आदि कार्यो की समीक्षा करते हुए सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि जिले में एक सप्ताह के भीतर कम से कम 10,000 लोगों का कोविड जांच किया जाय। उपायुक्त ने सिविल सर्जन को निर्देशित करते हुए कहा कि आरटीपीसीआर, ट्रूनेट, रैट (RAT) से संबंधित कीट की संख्या पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखे ताकि राज्य द्वारा निर्धारित लक्ष्य की पूर्ति हेतु निर्बाध जांच किया जा सके।

इसके अलावे उन्होंने पॉजिटिव हुए मरीजों के प्रबंधन की जानकारी लेते हुए निर्देश दिया कि वैसे क्षेत्र जहाँ से कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादा आ रहे है उन क्षेत्रों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग एवं जांच का कार्य प्रथमिक्ता के आधार पर करे। साथ ही बहुत ज्यादा जरूरत हो तभी कोरोना संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन में रखे अन्यथा सभी को कोविड केयर सेंटर में ले जाया जाय। बैठक में उपायुक्त के अलावा सिविल सर्जन डॉ विजय कुमार, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनिता कुजूर सहित सभी प्रखण्ड के प्रभारी चिकित्सक पदाधिकारी एवं संबंधित विभाग के अधिकारीगण उपस्थित थे।

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