यूपी के औरैया मे सड़क हादसे में मृतकों के आश्रितो को मिली सहायता

गोपालपुर एवं खेराबेड़ा पंचायत के 13 मृत प्रवासी मजदूरों को श्रद्धांजलि एवं आश्रितों को विभिन्न योजनाओं से का मिला लाभ

एस.पी.सक्सेना/ बोकारो। इंसान की इच्छाएं अनंत है पर साधन सीमित, प्रकृति के नियम के अधीन हमें जीना है। ये शब्द कितनी सार्थक है जब हम अपनी इच्छा के साथ जीना चाहते हैं पर कहीं जाकर पहिया रुक जाए तो उसे सम्हालना काफी कठिन होता है। इतना तो जरूर है कि बाद में जो हमारे पास आये उसे बेहतर तरीके से सदुपयोग किया जाये।

कुछ इन्ही शब्दों के साथ बीते मई माह में उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में हुए भीषण सड़क हादसे में मृतक श्रमिकों को सच्ची श्रद्धांजलि के साथ उनतक सरकार की लाभ पहुंचाना भी हमारी जवाबदेही है। उनका भरण पोषण, बच्चों की बेहतर शिक्षा अत्यंत ही आवश्यक है। औरैया हादसे में चास प्रखंड के हद में गोपालपुर पंचायत के गोपालपुर (Gopalpur) एवं खेराबेड़ा गांव के 13 श्रमिक की मौत हो गई थी। जबकि चार श्रमिक घायल हो गए थे। ये सभी लॉक डाउन के समय दिल्ली से अपने घर वापस लौट रहे थे।

खेराबेड़ा में 27 जुलाई को आयोजित कार्यक्रम में राज्य के स्कूली शिक्षा,साक्षरता,उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री जगरनाथ महतो के द्वारा मृतक के आश्रितों/ परिजनों को चार चार लाख रुपये का चेक एवं घायल श्रमिकों को पचास पचास हजार रुपये का चेक दिया गया। 13 मृतक के परिजन/ आश्रित एवं चार घायलों कुल 17 की संख्या में सिलाई मशीन का वितरण किया गया। साथ ही 5 व्हील चेयर का भी वितरण किया गया। इस अवसर पर मंत्री महतो ने कहा कि उक्त सड़क हादसे की घटना बहुत ही दुखद है। इस दुःख की घड़ी में सरकार परिजनों के साथ है।

श्रमिको को अपने ही घर मे काम मिले इसके लिए सरकार गंभीर, नीति भी तैयार

मंत्री महतो ने कहा कि जो लोग बाहर काम करने जा रहे हैं उन्हें घर ने ही काम मिले इसके लिए सरकार गंभीर है। सरकार द्वारा पूरी नीति तय कर ली गई है। हमारे भाई जो बाहर काम की तलाश में जा रहे हैं उन्हें घर पर ही रोजगार देंगे। बोकारो विधायक विरंची नारायण ने कहा कि इस शोक की छाया में दर्द को बयां करना किसी के वश की बात नही है। सरकार द्वारा सभी आश्रितों एवं घायलों को घोषित राशि दिया गया इसके लिए सरकार एवं जिला प्रशासन बधाई का पात्र है।

उपायुक्त राजेश सिंह ने कहा कि अपने भाइयों को खो देना हमारे लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। परंतु वे विश्वास दिलाते है कि आश्रितों को सभी सुविधाएं, सहुलियत उपलब्ध कराया जाएगा। उम्मीद करते हैं आने वाला समय सभी के लिए सुखद एवं मंगलमय होगा।

आयोजित कार्यक्रम से इन्हें मिला घोषित राशि

खिड़ाबेड़ा के रहिवसी कनिलाल महतो के आश्रित रूपनी देवी (पत्नी), किरिटी कालिंदी के आश्रित कल्पना देवी (पत्नी), गोवर्धन कालिंदी के आश्रित गोरांग कालिंदी (पिता), रंजन कालिंदी के आश्रित वनमाली कालिंदी (पिता), मनोरथ महतो के आश्रित रूपनी देवी (पत्नी), डॉक्टर महतो के आश्रित गोपाल महतो (पिता), निरोध कालिंदी के आश्रित झिंगली देवी (पत्नी) एवं योगेश्वर कालिंदी के आश्रित अशोका देवी (पत्नी)।

जबकि गोपालपुर के रहिवासी सोमनाथ गोस्वामी के आश्रित बेला देवी (माँ), उत्तम गोस्वामी के आश्रित तरुण देवी (माँ), राजा जेलार गोस्वामी के आश्रित मुन्नी देवी (माँ), चक्रधर महतो के आश्रित दीपाली कुमारी (पत्नी), राहुल सहिस के आश्रित आरती कुमारी (पत्नी) शामिल हैं। इन सभी को झारखंड सरकार की ओर से 4 लाख रुपये का चेक दिया गया।

इसके अलावे चार घायलों में धनंजय कालिंदी, उमेश कुमार कालिंदी, विकास कुमार कालिंदी एवं नरेश कुमार कुमार कालिंदी को पचास पचास हजार रुपये का चेक उपलब्ध कराया गया।
तेरह मृतकों के आश्रितों/ परिजन एवं चार घायलों को सिलाई मशीन तथा तीन दिव्यांगजन दिलीप कुमार महतो, कैजान खातून एवं महाबीर सहिस को समाज कल्याण विभाग की ओर से व्हील चेयर दिया गया।

सचिन कालिंदी एवं कन्हैया कालिंदी को लाल कार्ड दिया गया। इसके अलावे अन्य लाभुकों को कई योजनाओं जैसे पेंशन, राशन कार्ड, प्रधानमंत्री आवास इत्यादि से आच्छादित किया गया। मौके पर श्रम विभाग द्वारा साड़ी, धोती एवं कपड़ा का भी वितरण किया गया। सिलाई मशीन में सबसे अधिक बैंक ऑफ इंडिया द्वारा आठ, बैंक ऑफ बड़ौदा द्वारा दो, फेडरल बैंक द्वारा एक, झारखंड ग्रामीण बैंक द्वारा दो, पंजाब एंड सिंध बैंक द्वारा एक, पंजाब नेशनल बैंक द्वारा दो तथा यूनियन बैंक द्वारा एक सिलाई मशीन उपलब्ध कराया गया।

 347 total views,  1 views today

You May Also Like

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *