मामला बाल कल्याण समिति व किशोर न्याय बोर्ड का
प्रहरी संवाददाता/ बोकारो। झारखंड में प्रशासन नाम की कोई चीज ही नही रही, भ्रष्टाचार चरम पर है। पैसे के मोह मे सरकारी नुमाइनदे भी पंगू बने हुए हैं। यह बात कांग्रेस की जिला अध्यक्ष विचार विभाग सह प्रदेश महासचिव महिला विभाग की संगीता तिवारी ने कहा। उन्होंने बाल कल्याण समिति/ किशोर न्याय बोर्ड झारखंड सरकार के रिक्तियों के विरुद्ध 20 मार्च 2017 को अधिसूचना जारी किया है। चूंकि सितम्बर 2016 से ही कुछ पद रिक्त चल रहे थे।
श्रीमति संगीती तिवारी ने संस्था पर आरोप लगाया है कि रिक्त पदों पर चयनीत सदस्यों में अपने खास लोगों को ही प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने एक ही घर के दो सदस्यो को बाल कल्याण समिति एवं किशोर न्याय बोर्ड मे पदाधिकारी बनाए जाने पर एतराज भी किया है।
श्रीमति तिवारी का कहना है कि कुछ ऐसे लोगो का चयन किया गया है जिन पर पहले से ही गम्भीर आरोप लगे हुए है। बावजूद इसके अब तो सेटिंग और जुगाड़ का जमाना है।
श्रीमति तिवारी ने जगत प्रहरी को बताया कि शहर, नगर और राज्य के विकास के लिए ऐसे लोगों का चयन होना चाहिए जो योग्य, कर्मठ, ईमानदार, संवेदनशील, वात्सल्य प्रधान, परनुभूति से परिपूर्ण, बच्चों के सर्वोत्तम हित मे कार्य करने वाले व समय देने वालों का चयन होना चाहिए।
लेकिन ऐसे लोगों का चुनाव नहीं हो पाता। ऐसे में सेटिंग करके आने वाले जिला या राज्य का विकास वया करेंगे। उन्होेंने कहा कि इस बार की नियुवित में चयन प्रक्रिया मे खुलकर सरकारी तंत्र का मजाक उड़ाया गया है।
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