एस. पी. सक्सेना/ बोकारो। सीसीएल (CCL) में भ्रष्ठाचार किस कदर हावी है, इसकी बानगी देखना हो तो कोई भी आंखें बंद कर कथारा कोल वाशरी (Kathara Coal Washrey) आकर देख सकता है। यहां के कर्मचारी अपने मातहत साथियों से भी पैसे की मांग कर रहे हैं। यह मैं नहीं बल्कि कथारा कोल वाशरी में कार्यरत कामगार खेमलाल का कहना है।
पीड़ित कामगार खेमलाल (Khemlal) के अनुसार वह यहां मेकेनिकल वर्कशॉप में कार्यरत है। उसकी बार्ईं आंख कम्प्रेशर के ताप से झुलस गया था। जिसके कारण वे एक आंख से ही देख सकते हैं। खेमलाल के अनुसार पहले वह यहां कार्यरत फोरमैन डी सिंह तथा ग्रेड-वन फीटर वर्मा को सप्ताह में एक सौ रूपया देता था ताकि उससे हल्का काम कराये। खेमलाल ने 9 नवंबर को परियोजना पदाधिकारी के सामने खुल कर कहा कि उपरोक्त लोग अब मुझसे सप्ताहिक सात सौ रुपए की मांग कर रहे हैं।
अन्यथा दूसरे जगह स्थानांतरण कराने की धमकी दे रहे हैं। इस बाबत पूछे जाने पर पीओ आरसी सिंह ने कामगार खेमलाल के आरोप को निराधार बताते हुए कहा की खुद कामचोर है। बावजूद इसके दूसरों पर आरोप लगाकर अपना बचाव करना चाहता है। बहरहाल खेमलाल के आरोपों में कितनी सच्चाई है यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।
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