क्या बिहार में बिना चुनाव ही सीएम बने रहेंगे नीतीश?

युवाओं ने चुनाव आयोग से की यह मांग

संतोष कुमार झा/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। कोरोनाकाल (COVID-19 crisis) में ही बिहार में विधानसभा चुनाव होगा। अब यह तय हो चुका है, लेकिन क्या नीतीश कुमार ही प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री होंगे? यह सवाल भविष्य के गर्भ में है। इस बीच बिहार के कुछ युवाओं ने निर्वाचन आयोग को एक पत्र भेजा है। जिसमें वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण बिहार में चुनाव न कराने और नीतीश कुमार को ही सीएम पद पर बने रहने देने की मांग की गई है।

जी हां, चुनाव आयोग के सामने ऐसी मांग रखने की बात सुनकर आपको हैरानी हो रही होगी, लेकिन यह सच है। पटना के कुछ युवाओं ने चुनाव आयोग से मिलकर कोरोना संक्रमण को देखते हुए बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) स्थगित करने की मांग की है। साथ ही यह भी कहा है कि अगले पांच साल तक नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री के पद पर बने रहने दिया जाए।

पटना के युवाओं द्वारा निर्वाचन आयोग को ऐसा पत्र भेजने को लेकर आयोग की तरफ से भले हीं अभी तक कोई प्रतिक्रिया न आई हो, लेकिन सियासी हलचल जरूर बढ़ गई है। राजद ने जहां इसको लेकर सत्तारूढ़ जेडीयू पर हमला किया है, वहीं जदयू का कहना है कि ऐसे किसी पत्र के बारे में पार्टी को जानकारी नहीं है। राजद के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा, ‘नीतीश कुमार आने वाले चुनाव की चुनौतियों को देखते हुए पहले ही हार मान चुके हैं। इसलिए अपने लोगों से इस तरह की मांग करवा रहे हैं। जनता सारी बातें समझती है। वह चुनाव में इसका जवाब देगी।

वहीं, जेडीयू प्रवक्ता निखिल मंडल ने इस बाबत कहा, ‘मुझे नहीं मालूम कि कौन युवा हैं, जिन्होंने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। नीतीश कुमार को जनता फिर से भारी बहुमत देगी। चाहे चुनाव जब भी हो। नीतीश कुमार बिहार की जनता के नेता हैं और जनता ही उनका मालिक है।

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासी हलचल तेज है। इस बीच निर्वाचन आयोग को सौंपे गए इस पत्र को लेकर चर्चाएं शुरू हो गई हैं। आयोग को पत्र सौंपने वाले युवाओं के नेतृत्वकर्ता वरुण कुमार ने अपनी मांग को लेकर दलीलें भी पेश की है। वरुण कुमार ने कहा है कि जिस तरह कोरोना महामारी को देखते हुए सीबीएसई और आईसीएसई ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं रद्द कर दीं।

आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों का रिजल्ट देने का फैसला किया गया। उसी तरह चुनाव आयोग भी यह निर्णय ले सकता है। अपनी मांग को लेकर वरुण कुमार ने कहा, ‘कोरोनाकाल में चुनाव न होने से जनता भी इस महामारी से बच सकेगी और बिहार में एक योग्य मुख्यमंत्री काम करता रहेगा। उन्होंने मांग की कि पिछले 15 साल के परफॉर्मेंस को देखते हुए नीतीश कुमार को अगले पांच साल भी इस पद पर बने रहने दिया जाए।

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