विभिन्न मांगो को लेकर ऐपवा महिला कार्यकर्ताओं ने दिया धरना

स्वयं सहायता समूह का कर्ज माफ कर त्रृणमुक्त करे सरकार- वंदना सिंह

प्रहरी संवाददाता/ समस्तीपुर/ मुजफ्फरपुर (बिहार)। कोरोना संकट को देखते हुए स्वयं सहायता समूह का कर्ज माफ कर समूह से जुड़ी महिलाओं को सरकार त्रृणमुक्त करे। ऐपवा द्वारा घोषित देशव्यापी त्रृणमुक्त दिवस पर 13 अगस्त को समस्तीपुर (Samastipur) जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के मोतीपुर स्थित अपने आवास पर एक दिवसीय धरना सह उपवास कार्यक्रम के दौरान ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा।

उन्होने कहा कि करोना के कारण लाॅक डाउन अभी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। इस दौर में गरीबों का रोजगार छीन गया है। खास तौर पर गरीब महिलाओं के पास आमदनी का कोई जरिया नहीं है। गरीब महिलाएं अपने कर्ज कैसे वापस करेंगी। ऐसे समय में सरकार ने जिस राहत की घोषणा कीे उसमें बड़े- बड़े पूंजीपतियों के कर्ज कई तरीके से माफ किये जा रहे हैं। उनका उधार एनपीए के नाम पर बैंको को सरकार भुगतान कर रही है।

ऐपवा नेत्री ने कहा कि बिहार में कई प्राईवेट बैंक और माइक्रो फाइनेंस कम्पनीयों महिला समूह बनाकर कर्ज देने और भारी ब्याज समेत किश्त बांधकर वसूलने में लगी है। महिलाओं को पता भी नही होता की कितना ब्याज लिया जा रहा है। कर्ज चुकाने के लिए महिलाओं को दूसरा कर्ज लेना पङता है। सरकार द्वारा स्वयं सहायता समूहों का गठन महिलाओं को स्वावलंबी बनाने अर्थात रोजगार उपलब्ध कराने के लिए की गयी थी लेकिन यह काम नहीं हो रहा है।

समूह में शामिल महिलाओं को विशेष ट्रेनिंग देकर समूह के अधार पर या कलस्टर बनाकर रोजगार उपलब्ध कराने और बनाये गये समान को खरीदने की व्यवस्था सरकार को करना चाहिए। जीविका कार्यकर्ता को न्युनतम पन्द्रह हजार रूपए मासिक मानदेय देने की गारंटी सरकार करे। मौके पर भाकपा माले जिला सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि पहले भी कई बार पूंजीपतियों का अरबों रूपये का कर्ज माफ होता रहा है लेकिन गरीब महिलाओं का कर्ज अभी तक माफ नहीं किया गया है। संकट की घड़ी में वे सरकार से मांग करते हैं कि सरकार गरीबों का कर्ज माफ करे।

मुजफ्फरपुर से प्रहरी संवाददाता के अनुसार माईक्रोफाइनेंस कम्पनियों के द्वारा दिये ग्रुप लोन का भुगतान सरकार को करने, जीविका को 15 हजार मानदेय करने, स्वयं सहायता समूह को क्लस्टर बनाकर कर्ज देने, ब्याज रहित सामूहिक लोन देने, एक लाख से कम के तमाम कर्ज माफ करने आदि मांगो को लेकर देशव्यापी कर्ज मुक्ति दिवस पर अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला एसोसिएशन(ऐपवा) की दरभंगा जिला कमिटी के बैनर तले जिला पदाधिकारी के समक्ष पोलो मैदान, धरनास्थल पर एकदिवसीय धरना दिया गया। नेतृत्व ऐपवा बहादुरपुर प्रखंड अध्यक्ष सुनीता देवी, सचिव चानमुनि देवी, निर्मला देवी, रिंकी देवी आदि ने किया।

सुनीता देवी की अध्यक्षता में आयोजित सभा को सम्बोधित करते हुये भाकपा (माले) जिला सचिव वैद्यनाथ यादव ने कहा कि मोदी सरकार अडानी-अंबानी के कॉरपोरेट लोन माफ कर सकती हैं तो महिलाओं-छात्रों-नौजवानों के छोटे कर्ज माफ क्यों नहीं हो सकता हैं। महिलाओं के संघर्ष से सरकार को पीछे हटना पड़ेगा। ऐपवा नेत्री चानमुनि देवी ने कहा कि आज जब 6 महीने से सब काम धंधा बंद हैं तब हम महिलाएं कर्ज अभी कैसे अदा कर सकते हैं।

अभी कर्ज उगाही पर जिलाधिकारी रोक लगाएं। भाकपा (माले) के राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, जिला कमिटी सदस्य गणेश महतो, विनोद सिंह, विनोद पासवान, जीवक्ष सहनी, शिवजी लालदेव, बबीता देवी, रिकी देवी, निर्मला देवी, रूबी देवी, कनमुखिया देवी, सिंहेश्वर लाल देव, वैद्यनाथ सदाय आदि ने भी सम्बोधित किया। देकुली में सालेहा खातून, सदर प्रखंड कार्यालय पर ऐपवा जिला सचिव शनिचरी देवी, रीता देवी, हायाघाट रुस्तमपुर में फूलों देवी, अनार, थलबारा, सिरुआ, जाले सहित दर्जनों जगहों पर कार्यक्रम आयोजित की गई और मांगों को माने जाने तक आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया।

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