झारखंड की 14 सीटों पर एनडीए प्रत्याशी की जीत होगी-राज कुमार राज

एन. के. सिंह/फुसरो (बेरमो)। राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजकुमार राज ने दावा किया कि वर्ष 2024 आम चुनाव में एनडीए झारखंड के 14 सीटों पर चुनाव जीतेगी।

बोकारो जिला के हद में शास्त्री नगर फुसरो स्थित मनोज कुमार सिह के आवास पर 28 अप्रैल को रालोजपा प्रदेश अध्यक्ष राज ने प्रेस को बताया कि रालोजपा एनडीए का हिस्सा है। राज ने कहा कि 2024 में प्रधानमंत्री पद की कोई वैकेंसी नहीं है।

पुनः नरेंद्र मोदी अपार बहुमत से प्रधानमंत्री बनेंगे। उन्होंने कहा कि रालोजपा कैबिनेट मिनिस्टर और राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस के नेतृत्व में पार्टी के पांचों सांसद एकजुट है। लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी एनडीए को मजबूत करेगी।

राज ने कहा कि संगठन के ताकत के आधार पर एनडीए से लोकसभा और विधानसभा में सीट की भी मांग करेगी। अंतिम निर्णय एनडीए के शीर्ष नेतृत्व का होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काम की बदौलत ही भारत विश्व गुरु बनने की ओर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव एनडीए झारखंड की 14 सीटों पर जीत दर्ज करेगी।

राज ने कहा कि देश में गरीब, वंचित, दलित को न्यायिक प्रक्रिया में लंबा एवं खर्चीला होने के कारण प्राकृतिक न्याय से वंचित होना पड़ता है, इसलिए उनकी पार्टी यह मांग करती है कि राष्ट्रीय विधि आयोग एवं झारखंड राज्य विधि आयोग का गठन शीघ्र किया जाए।

यह आयोग गरीब, दलित, आदिवासी एवं वंचितों को अविलंब एवं सरल न्याय दिलाने के लिए मार्गदर्शन तैयार करें। उन्होंने कहा कि केंद्र में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनने के पश्चात आम जनों की आमदनी बढ़ी है, जिसका उनकी पार्टी स्वागत करती है।

राज ने कहा कि देश में 2024 में राजग को प्रचंड बहुमत के साथ सरकार बनाने और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व को पुनः स्थापित करने के लिए पार्टी कृत संकल्पित है।

उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व में स्टार्टअप (स्टैंड अप इंडिया), मुद्रा योजना एवं आत्मनिर्भर भारत के तहत रक्षा उत्पादन का अप्रत्याशित वृद्धि विदेशों में रक्षा आयात कम से कम तथा रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर होने के लिए पार्टी मोदी को साधुवाद देती है।

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शिक्षा के क्षेत्र में सरकार से ऐसी व्यवस्था करने की मांग करती है, जिसमें निजी और सरकारी स्कूलों की शिक्षा का स्तर एक समान हो।

गरीब बच्चों को भी अमीर घर के बच्चों की तरह शिक्षा का सामान अवसर मिले। गरीब बच्चों में हीन भावना ना आए इसलिए स्कूल यूनिफार्म किताब, कॉपी सभी सुविधाएं समान रूप से उन्हें मुहैया की जाए।

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